जून और जुलाई में ज़िम्बाब्वे में वनडे वर्ल्ड कप के क्वालीफ़ायर खेले जाने हैं और इससे दो टीमें सामने आएँगी, जो भारत में होने वाले मुख्य टूर्नामेंट में खेलती नजर आएँगी। हालाँकि, क्वालीफ़ायर टूर्नामेंट को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है। ईएसपीएन क्रिकइंफो की खबर के मुताबिक आईसीसी (ICC) के द्वारा बताया गया कि ज़िम्बाब्वे में होने वाले क्वालीफाइंग मैचों के दौरान DRS नहीं उपलब्ध होगा लेकिन रन आउट तीसरे अंपायर द्वारा मॉनिटर किये जायेंगे।
इस साल 10 टीमों का वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग टूर्नामेंट जिम्बाब्वे में 18 जून से नौ जुलाई के बीच होगा। इसमें वर्ल्ड कप सुपर लीग में सबसे निचले स्थान पर रहने वाली पांच टीमें (नीदरलैंड्स, जिम्बाब्वे, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और आयरलैंड या दक्षिण अफ्रीका में से एक), आईसीसी के वर्ल्ड कप क्रिकेट लीग 2 की टॉप तीन टीमें (नेपाल, ओमान और स्कॉटलैंड) और इस सप्ताह नामीबिया में संपन्न हुए क्वालीफायर प्लेऑफ (यूएसए और यूएई) की दो टीमें शामिल हैं। क्वालीफायर से शीर्ष दो टीमें इस साल 50 ओवर के वर्ल्ड कप में दस टीमों के मैदान पर उतरेंगी।
2019 वर्ल्ड कप के क्वालीफ़ायर में भी DRS नहीं था
क्वालीफ़ायर टूर्नामेंट DRS का न होना कोई नहीं बात नहीं है। इससे पहले 2019 वर्ल्ड कप के लिए ज़िम्बाब्वे में 2018 में खेले गए क्वालीफ़ायर टूर्नामेंट में भी इसका इस्तेमाल नहीं किया गया था। हालाँकि, इस बार सभी मैचों में तीसरा अंपायर रहेगा, जबकि 2018 में 34 में से केवल 10 मैचों में ही तीसरे अंपायर की सेवा उपलब्ध थी।
2023 संस्करण में सभी मैचों के लिए एक तीसरा अंपायर उपलब्ध होगा, लेकिन अल्ट्राएज या बॉल-ट्रैकिंग जैसे कोई अन्य रिव्यु टूल्स नहीं होंगे, जो 2018 टूर्नामेंट को देखते हुए टीमों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
नामीबिया के विंडहोक में हाल में संपन्न क्रिकेट वर्ल्ड कप क्वालीफायर प्लेऑफ में भी DRS नहीं था, जहां कई मैचों में अंपायरिंग का स्तर सवालों के घेरे में था।