केपटाउन टेस्ट मैच (IND vs SA) में डीआरएस विवाद को लेकर भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के खिलाफ कोई अधिकारिक चार्ज नहीं लगाया गया है। आईसीसी के अधिकारियों ने टीम इंडिया को चेतावनी जरूर दी है लेकिन कोई भी चार्ज टीम के ऊपर नहीं लगाया है।
केपटाउन टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका की पारी के 21वें ओवर में रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर डीन एल्गर को फील्ड अंपायर ने पगबाधा आउट करार दिया। हालांकि एल्गर ने इस फैसले को रिव्यू किया। रीप्ले में दिखा कि गेंद एकदम स्टंप के ऊपर से निकल रही थी और इसी वजह से ऑन फील्ड अंपायर को अपना फैसला पलटना पड़ा। कप्तान विराट कोहली और भारतीय टीम के सभी फील्डर्स को इस टेक्नॉलजी पर विश्वास ही नहीं हुआ। फील्ड अंपायर मरायस इरास्मस भी इस पर यकीन नहीं कर पा रहे थे कि गेंद इतनी बाउंस हो जाएगी।
इसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए मेजबान ब्रॉडकास्टर सुपरस्पोर्ट को कुछ बातें कही। अश्विन ने स्टंप माइक पर आकर मेजबान देश के ब्रॉडकास्टर से कहा कि आपको जीतने के लिए अलग तरीका खोजना चाहिए। वहीं कप्तान कोहली ने भी स्टंप माइक के करीब जाकर तीखी बातें कहीं।
आईसीसी के अधिकारियों ने की टीम इंडिया से बात
टीम इंडिया के खिलाड़ियों के इस व्यवहार की काफी आलोचना हुई। कई दिग्गजों ने विराट कोहली समेत प्लेयर्स की आलोचना की। हालांकि आईसीसी ने टीम को इसके लिए कोई सजा नहीं दी है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक मैच ऑफिशियल्स ने टीम से बात जरूर की थी लेकिन अधिकारिक तौर पर कोई भी कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ने का चार्ज नहीं लगाया गया है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम को केपटाउन टेस्ट मैच में 7 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही सीरीज भी वो 2-1 से हार गए।