इंडियन प्रीमियर लीग 2019 के संस्करण में भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया है कि इस लीग के दौरान किसी भी प्रकार का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट विश्व में न खेला जाए। इस बात की जानकारी बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी ने दी है। उन्होंने सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड को यह सलाह दी है कि वह नए एफटीपी कार्यक्रम के तहत आईपीएल के दौरान सभी अंतरराष्ट्रीय मैच न कराए और अपने खिलाड़ियों को इस लीग में खेलने के मौके देने के प्रयास करे। बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी ने एक निजी अख़बार को लिखते हुए कहा कि सभी क्रिकेट बोर्ड के लिए आईपीएल जैसे मौके को अपने खिलाड़ियों के लिए समझना जरुरी है। वह अपने खिलाड़ियों को इस लीग में उपलब्ध कराएँ। नए एफटीपी कार्यक्रम के तहत साल 2019 में यह निश्चित है कि शायद ही कोई अंतरराष्ट्रीय मैच आईपीएल के दौरान होगा और हमारा लक्ष्य भी यही रहेगा कि आईपीएल के दौरान अंतरराष्ट्रीय मैच न खेले जाएं। इस तरह के फैसले आईपीएल को विश्व में सबसे सर्वश्रेष्ट लीग बनाने में मदद करेंगे। बीसीसीआई के इस सुझाव को लेकर इंग्लैंड व वेल्स क्रिकेट बोर्ड पहले अनिच्छुक नजर आये लेकिन इंग्लैंड टीम के टेस्ट फॉर्मेट के कप्तान जो रूट ने हाल ही में इस सत्र आईपीएल में खेलने की इच्छा जताई, जिसको लेकर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी इस फैसले पर अपनी सहमति जताने का विचार किया है। राहुल जोहरी ने इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ियों का अन्य किसी टी20 क्रिकेट लीग में भाग लेने पर कहा कि इसका फैसला बीसीसीआई सर्वसम्मति से करेगा लेकिन अगर भारतीय ख़िलाड़ी अन्य टी20 लीग में हिस्सा लेंगे, तो इसका प्रभाव भारत के घरेलू क्रिकेट पर जरुर पड़ सकता है। आईपीएल 2019 में बीसीसीआई ने किसी भी प्रकार का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शामिल करने पर सभी बोर्ड को सलाह दी है लेकिन इस विचार पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का फैसला क्या रहता है, यह भी देखना दिलचस्प रहेगा क्योंकि आईपीएल में पाकिस्तान ख़िलाड़ी हिस्सा नहीं लेते हैं और ऐसे में पाकिस्तान दो महीने तक किसी भी प्रकार का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पायेगा।