मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने साफ कर दिया है कि शॉर्ट-पिच गेंदबाजी को लेकर नियमों में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। इसका मतलब है कि बाउंसर पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगने वाली है। आईसीसी के मुताबिक एक ओवर में सिर की ऊंचाई तक के दो बाउंसर फेंके जा सकते हैं। क्रिकेट के खेल पर निगरानी रखने वाली MCC फरवरी 2021 से ही एक मिशन पर थी और यह जानने की कोशिश कर रही थी कि वर्तमान समय में जब बल्लेबाजों के हेलमेट पर अधिक गेंदें लगने लगी हैं तो क्या अब भी क्रिकेट के नियम उपयुक्त है या नहीं।
बीते शुक्रवार को अपना बयान जारी करते हुए MCC ने कहा,
MCC यह साफ कर सकती है कि ढेर सारी रिसर्च करने के बाद हमें यह परिणाम मिले हैं कि नियमों में किसी तरह के बदलाव की गुंजाइश नहीं है।
MCC ने अपना फैसला इस आधार पर सुनाया है कि वर्तमान नियमों के मुताबिक बल्लेबाजों को उपयुक्त सुरक्षा प्रदान की जाती है और इसके अलावा गेंदबाजों पर बाउंसर के समय सतर्क रहने का दबाव भी रहता है। यदि कोई गेंदबाज तय सीमा से अधिक ऊंचाई की गेंद फेंकता है तो फिर उसे नो-बाल या वाइड करार दिया जाता है।
बल्लेबाज के चोटिल होने की आशंका के दौरान मैदानी अंपायर्स दे सकते हैं दखल
MCC ने साथ ही यह भी याद दिलाया है कि वर्तमान नियमों में अंपायर्स को ऐसी ताकत दी गई है जिससे कि वे दखल दे सकते हैं और अब यह पूरी तरह से उनकी ही जिम्मेदारी है। MCC के मुताबिक भले ही नियमों में कोई बदलाव नहीं आएगा, लेकिन यदि क्रीज पर कोई ऐसा बल्लेबाज है जिसका मजबूत पक्ष बल्लेबाजी नहीं है तो उसके खिलाफ बाउंसर के दौरान अंपायर दखल दे सकता है। यदि अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज पर चोटिल होने का खतरा है तो फिर वह MCC द्वारा बनाए गए नियमों के मुताबिक दखल दे सकते हैं।