बिहार और नार्थ-ईस्ट की टीमें इस साल घरेलू सत्र में लेंगी हिस्सा

Rahul

भारतीय घरेलू क्रिकेट में इस साल होने वाले सत्र में बहुत बड़ा बदलाव या फिर एक नई शुरुआत होने वाली है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 2017-18 रणजी ट्रॉफी सत्र में बिहार और नार्थ-ईस्ट के राज्यों को शामिल करने पर महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस सत्र ये सभी टीमें घरेलू मैचों में खेलती हुई नजर आएँगी।

नार्थ-ईस्ट क्रिकेट डेवलेपमेंट कमेटी के संयोजक नबा भट्टाचार्य ने हाल ही में एक निजी अख़बार से इस खबर को बहुत ख़ुशी और सहजता के जाहिर किया, उन्होंने कहा कि हम प्रबंधक समिति के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हम सभी को बीसीसीआई के द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में स्थान दिलाया है। हर साल हमें वादे किये जाते थे लेकिन इस सत्र यह वादा प्रबंधक समिति के कारण पूरा होता हुआ नजर आएगा। समिति ने जो हमसे वादे किये, उन्होंने उनको पूरा किया है।

भट्टाचार्य ने क्रिकेट में अपने क्षेत्र के खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर कहा कि रणजी ट्रॉफी का हिस्सा होना हमारी सभी टीमों के लिए एक सपना था और इस टूर्नामेंट में भाग लेना टीम की ताकत और कमजोरियों को दर्शायेगा। युवा खिलाड़ियों में भी जोश देखने को मिलेगा और वह क्रिकेट को अपना प्रोफेशनल करियर भी बना लेंगे। इससे पहले किसी भी ख़िलाड़ी ने यह उम्मीद नहीं की थी कि वह कभी रणजी ट्रॉफी खेलेंगे लेकिन इस बार उन्हें यह मौका प्रभंदक समिति के द्वारा दिया गया है और यकीनन वह इस मौके पर खरा उतरेंगे।

रणजी ट्रॉफी की शुरुआत इस साल अक्टूबर से होगी। इस सत्र अपने घरेलू मैदान के साथ सभी टीमों को बाहर खेलने का मौका मिलेगा और नई टीमों के खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम में जगह बना पाने का यह बेहतरीन मौका होगा। प्रभंदक समिति द्वारा लिए गए इस फैसले का सभी ने ख़ुशी के साथ स्वागत किया है और भारत में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम माना गया है।