रणजी ट्रॉफी के अगले सीजन में पूर्वोत्तर राज्यों की टीमें खेलेगी

बीसीसीआई प्रशासकों की समिति ने कहा है कि अगले रणजी सत्र में पूर्वोत्तर राज्यों की 6 टीमें भाग लेगी। बोर्ड के जनरल मैनेजर रत्नाकर शेट्टी को उनके प्रवेश से सम्बन्धित चार्ज दिया गया है। मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के प्रतिनिधि ने विनोद राय से एक घंटे की मुलाक़ात कर इसके बारे में बताया।

इस मुलाक़ात के बीद इन राज्यों को अगले सीजन में अलग टीम के साथ टूर्नामेंट में उतारने के लिए सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा यह भी कहा कि अंडर 16 और अंडर 19 तथा अंडर 23 की टीमें इस सीजन से खेलने लग जाएगी।

विनोद राय ने यह कहा कि यह सीजन 6 अक्टूबर से शुरू होना है ऐसे में इन टीमों का खेलना मुश्किल है। अगले सीजन में इन राज्यों की अलग-अलग टीमें खेलते हुए नजर आएगी। पूर्वोत्तर राज्यों क्रिकेट संघ के संयोजक नबा भट्टाचार्य ने कहा कि यह पहला मौका है जब हमें पूर्णतया आश्वासन मिला है। रत्नाकर शेट्टी इसे लागू करने के बारे में देखेंगे।

पूर्वोत्तर राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने आगे कहा "अंडर 16 और अंडर 23 के बीसीसीआई टूर्नामेंट जोन के अनुसार खेले जाएंगे। असम और त्रिपुरा पूर्वी जोन में खेलेंगे और एक समर्पित नॉर्थ-ईस्ट जोन बनेगा। जोन की टॉप दो टीमें नॉकआउट के लिए क्वालीफाई करेगी।"

गौरतलब है कि बीसीसीआई में लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार एक राज्य की एक टीम होनी चाहिए। पूर्वोत्तर राज्यों की के छह राज्यों की टीमों को अभी तक रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका नहीं मिला है। इन राज्यों के पडौसी राज्य त्रिपुरा को सबसे पहले रणजी ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला। इसके बाद असम रणजी खेलने वाला दूसरा राज्य बना।

कुछ दिनों पहले ऐसी ख़बरें आई थी कि पूर्वोत्तर राज्य इस सीजन में रणजी खेलने के लिए एक संयुक्त टीम बनाने की गुजारिश सीओए से करेंगे और अब इस मामले पर पूरी चीजें सामने आ चुकी है। इन राज्यों की टीमें अगले सीजन में होने से एक क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत होगा।

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