पुणे के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को 6 महीने के लिए निलंबित किया गया

Rahul

पिछले वर्ष भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुई वनडे सीरीज के दूसरे एकदिवसीय के दौरान पुणे क्रिकेट ग्राउंड के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने निलंबित कर दिया था। एक निजी न्यूज़ चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पांडुरंग ने पिच को बदलने का बयान दिया था, जिसको लेकर उनपर कड़ी कार्यवाई की गई और उन्हें राज्य क्रिकेट संघ ने उन्हें तुरंत बर्खास्त कर दिया था। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने भी अपना फैसला सुनाया है। आईसीसी ने पांडुरंग सलगांवकर को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। आईसीसी ने पांडुरंग सलगांवकर के मामले को लेकर कहा कि पांडुरंग के निर्दोष होने के किसी भी प्रकार के सबूत हमें नहीं मिले, बल्की उनके खिलाफ विपरीत सबूत देखने को मिले। आईसीसी की एंटी करप्शन के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा कि हमें निजी चैनल द्वारा किये गए स्टिंग ऑपरेशन के आरोपों से यह साफ़ हुआ कि उन्होंने जिस प्रकार की बाते स्टिंग ऑपरेशन के दौरान की थी, वह सब करप्शन के अन्तर्गत आती हैं और मैं इस बात से सहमत हूँ कि पांडुरंग सलगोंकर के पास इस मामले में अपने आप को लेकर किसी भी प्रकार का बचाव नहीं था। आईसीसी की एंटी करप्शन कोड के मुताबिक पांडुरंग सलगांवकर के ऊपर आईसीसी के नियम 2.4.4 को तोड़ने और उसके खिलाफ अपने आरोप सही साबित करने को लेकर जुर्माना लगाया है। पांडुरंग सलगांवकर का निलंबित समय 25 अक्टूबर 2017 से ही मान्य होगा, जिसका अंत इस साल 24 अप्रैल को हो जायेगा। इसलिए वह वर्तमान समय से तक़रीबन 2 महीने के लिए निलंबित होंगे। पांडुरंग के साथ निजी न्यूज़ चैनल ने दो दिन तक लगातार स्टिंग ऑपरेशन के जरिए बातचीत की थी। उन्होंने इस बातचीत में कहा था कि इस मैच में पिच बल्लेबाजी के अनुकूल रहेगी और यहाँ 337 रन बनेंगे। इतना बड़ा स्कोर बनने के बाद भी यह स्कोर चेज किया जा सकेगा, हालाँकि न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 230 रन बनाये और भारतीय टीम ने उस लक्ष्य को आसानी के साथ 4 ओवर शेष रहते हासिल कर लिया था।