कानपुर में सम्पन्न हुए भारत बनाम न्यूजीलैंड टेस्ट ने न केवल लम्बी घरेलू सत्र की शुरुआत की बल्कि ये टेस्ट भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास का 500वां टेस्ट मैच भी था| भारत ये मुकाम हासिल करने वाला तीसरा देश बना तथा इससे पहले आस्ट्रेलिया व इंग्लैंड ही इस उपलब्धि तक पहूंचे हैं| भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था जिसमें सी.के. नायडू भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे| इस टेस्ट मैच में भारत को 158 रनों की हार झेलनी पड़ी थी| टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए अब तक 285 खिलाड़ी खेल चुके हैं और 32 कप्तानों ने भारतीय टेस्ट टीम का नेतृत्व किया है| भारत के पहले टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी सीके नायडू थे तथा अंतिम खिलाड़ी नमन ओझा हैं | हम इसी तरह के कुछ दिलचस्प आंकड़े आपके सामने पेश कर रहे हैं|
कुल खेले गए मैचों की संख्या |
जीत |
हार |
ड्रा |
टाई |
500 |
130 |
157 |
212 |
1 |
पहला टेस्ट मैच तथा पहली जीत भारत ने पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के विरुद्ध 1932 में लॉर्ड्स में खेला जिसमें इंग्लैंड 158 रनों से जीता था | टेस्ट क्रिकेट में शुरुआत के दो दशक तक भारतीय टीम को जीत के लिए मशक्कत करनी पड़ी | भारतीय टीम ने 1952 में चेन्नई में पहला टेस्ट मैच जीतकर जीत का स्वाद चखा | इस मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को पटखनी देते हुए 1932 में मिली हार का हिसाब बराबर कर लिया | पोली उमरीगर के शतक एवं वीनू मांकड़ के 12 विकेटों की मदद से भारत ये मैच एक पारी व 8 रन से जीतने में कामयाब रहा | पहली टेस्ट गेंद खेल पहला टेस्ट रन रन बनाने वाले बल्लेबाज 1932 में पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेल रही भारतीय टीम के जनार्दन नावले ने पहली गेंद खेली जिन्होंने इंग्लैंड के बिल बौज का सामना किया | इसी मैच की इस पारी में जनार्दन नावले ने लॉर्ड्स की धरती पर भारत की तरफ से पहला रन बनाने वाला खिलाड़ी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया | पहला चौका व छक्का 1932 के लॉर्ड्स टेस्ट मैच में ही पहला चौका व छक्का भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की ओर से लगा जिसमें नाउमल जूमाल ने पहला टेस्ट चौका तथा अमर सिंह ने पहला टेस्ट छक्का लगाने वाले खिलाड़ी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया | पहला टेस्ट शतक, दोहरा व तिहरा शतक टेस्ट क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने के महज एक साल बाद लाल अमरनाथ ने मुंबई में 1933 में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट शतक भारत की तरफ से जड़ा वहीँ टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत के 23 वर्षों तक भारत की तरफ से एक भी दोहरा शतक नहीं लग पाया | 1955 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए भारतीय टीम की तरफ से टेस्ट इतिहास का पहला दोहरा शतक लगा जिसे पोली उमरीगर ने अंजाम देते हुए 223 रन बनाए | टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के पदार्पण के छह दशकों तक भारत की तरफ से कोई भी बल्लेबाज तिहरे शतक के आंकड़े तक नहीं पहुंचा | इस लम्बे समयांतराल के बाद 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेलते हुए भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने 309 रन बनाते हुए टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया | टेस्ट क्रिकेट में पहली फेंकी गई गेंद तथा पहला विकेट मोहम्मद निसार ने 1932 में खेलते हुए इंग्लैंड के पर्सी होम्स को टेस्ट क्रिकेट की पहली गेंद भारत की तरफ से फेंकी थी एवं उन्होंने ही पहला विकेट लेते हुए हर्बर्ट स्कटलिफ़ को मात्र तीन रनों पर क्लीन बोल्ड किया था | टेस्ट मैच में पहली बार 5 विकेट लॉर्ड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के सामने खेलते हुए भारतीय टीम की तरफ से मोहम्मद निसार ही सबसे सफल गेंदबाज बनकर उभरे थे | उन्होंने इस टेस्ट मैच में 5 विकेट लेते हुए पर्सी होम्स, हर्बर्ट स्टकलिफ़, लेस अमेज, वाल्टर रॉबिन्स तथा फ्रेडी ब्राउन को ड्रेसिंग रूम की राह दिखाई | पहली टेस्ट हैट-ट्रिक भारतीय टीम को पहली हैट-ट्रिक तक पहुँचने के लिए बहुत लम्बा सफर तय करना पड़ा है | एक तरह से टेस्ट क्रिकेट में भारत के प्रवेश के 6 दशक बीतने के बाद 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में टेस्ट क्रिकेट में हैट-ट्रिक मिली जिसके हीरो स्टार ऑफ़ स्पिनर हरभजन सिंह बने | उच्चतम व न्यूनतम स्कोर 2009 में मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 726 रन बनाए यह भारतीय टीम का अब तक का सर्वाधिक टेस्ट रन का रिकॉर्ड है | इस टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 293 तथा महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 100 रनों की पारियां खेली | भारत के न्यूनतम स्कोर की बात की जाए तो यह इंग्लैंड के खिलाफ बना है जिसमें भारत को पारी से हार का सामना करना पड़ा था | उस मैच में भारतीय टीम मात्र 42 रनों पर सिमट गई थी | इस सीरीज में टीम इण्डिया ने तीन टेस्ट मैच खेले थे जो 1974 में आयोजित की गई थी | सबसे बड़ी टेस्ट मैच विजय भारतीय टीम ने कई मौकों पर टेस्ट क्रिकेट में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है इसमें 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में 239 रनों तथा दिल्ली में 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलते हुए 327 रनों के अंतर से मिली जीत सबसे ऊपर है | इसके अलावा लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में सात दफा 10 विकेट से मैच जीता है | सबसे बड़ी टेस्ट पराजय 1958 में कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए भारतीय टीम की सबसे बड़ी पराजय हुई जिसमें टीम को एक पारी व 336 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा था | इसके अलावा नागपुर में 2004 में 342 रनों से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम को हार मिली तथा 6 मौकों पर भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम को 10 विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा है | सर्वाधिक कम अंतर से हार भारतीय टेस्ट टीम को दो मौकों पर सबसे कम अंतर से हारते हुए देखा गया है इसमें 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 12 रन तथा 1997 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में 2 विकेट से मिली शिकस्त शामिल है | सर्वाधिक मैच व रन यह आंकड़ा आज हर क्रिकेटप्रेमी की जुबान पर होगा | महान टेस्ट खिलाड़ी व क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर 200 टेस्ट मैच खेलकर भारत ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के सर्वाधिक टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं | वहीँ सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने के मामले में भी विश्वभर में सचिन तेंदुलकर का नाम अग्रिम पंक्ति में है | सचिन ने सर्वाधिक 15921 टेस्ट रन बनाए हैं | इन ऊँचाइयों को छूने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज
रन |
बल्लेबाज |
विरोधी |
जगह |
वर्ष |
1000 |
विजय हजारे |
वेस्टइंडीज |
मुम्बई |
1949 |
2000 |
विजय हजारे |
वेस्टइंडीज |
जमैका |
1953 |
3000 |
पोली उमरीगर |
इंग्लैंड |
कानपुर |
1961 |
4000 |
सुनील गावस्कर |
वेस्टइंडीज |
कोलकाता |
1978 |
5000 |
सुनील गावस्कर |
ऑस्ट्रेलिया |
बेंगलुरु |
1979 |
6000 |
सुनील गावस्कर |
ऑस्ट्रेलिया |
एडिलेड |
1981 |
7000 |
सुनील गावस्कर |
पाकिस्तान |
लाहौर |
1982 |
8000 |
सुनील गावस्कर |
वेस्टइंडीज |
दिल्ली |
1983 |
9000 |
सुनील गावस्कर |
ऑस्ट्रेलिया |
एडिलेड |
1985 |
10000 |
सुनील गावस्कर |
पाकिस्तान |
अहमदाबाद |
1987 |
11000 |
सचिन तेंदुलकर |
इंग्लैंड |
नॉटिंघम |
2007 |
12000 |
सचिन तेंदुलकर |
ऑस्ट्रेलिया |
मोहाली |
2008 |
13000 |
सचिन तेंदुलकर |
बांग्लादेश |
चिटगांव |
2010 |
14000 |
सचिन तेंदुलकर |
ऑस्ट्रेलिया |
बेंगलुरु |
2010 |
15000 |
सचिन तेंदुलकर |
वेस्टइंडीज |
नई दिल्ली |
2011 |
सर्वाधिक दोहरे व तिहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अब तक सिर्फ दो बार तिहरे शतक लगे हैं तथा दोनों ही तिहरे शतक विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बल्ले से निकले हैं | दोहरे शतकों की बात की जाए तो इस सूची में सचिन तेंदुलकर एवं वीरेंद्र सहवाग का संयुक्त रूप से नाम आता है जहाँ प्रत्येक ने 6 दोहरे शतक भारत की तरफ से खेलते हुए जड़े हैं | सर्वाधिक शतक व अर्धशतक इस मामले में क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के आस-पास कोई अन्य खिलाड़ी नहीं फटक सकता यही कारण है कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ही नहीं बल्कि विश्व के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सचिन सर्वाधिक 51 रिकॉर्ड टेस्ट शतकों के साथ अब तक सबसे ऊपर है | यही बात अर्धशतकों के मामले पर भी लागू होती है जहाँ सचिन ने 68 बार पचास या उससे अधिक रन बनाए हैं | सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर के मामले में वीरू के नाम से मशहूर भारतीय तूफ़ानी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का कोई सानी नहीं है | वीरू ने 2008 में चेन्नई में खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका की बख्खियाँ उधेड़ते हुए शानदार 319 रनों की पारी खेली जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में किसी भी बल्लेबाज की सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर वाली पारी है | सर्वश्रेष्ठ साझेदारी टेस्ट क्रिकेट इतिहास में भारतीय टीम के पदार्पण के दो दशक बाद 1956 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए वीनू मांकड़ तथा पंकज रॉय की जोड़ी ने लाजवाब 413 रनों की साझेदारी करते हुए विपक्षी टीम के फील्डरों को मैदान के हर कोने में बखूबी दौड़ाया | यह साझेदारी भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी अब तक बनी हुई है | हालांकि 2006 में वीरेंद्र सहवाग के साथ मिलकर राहुल द्रविड़ एक बार इस साझेदारी को तोड़ने के करीब थे मगर ऐसा हुआ नहीं | सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास के श्रेष्ठ गेंदबाज की बात करते समय जम्बो यानि अनिल कुंबले का नाम जुबान पर आना लाजमी है | लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने सर्वाधिक 619 विकेट लिए हैं | इस सफर के दौरान कुंबले ने ही सर्वाधिक 35 पारियों में 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं साथ ही 8 बार किसी मैच में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी जम्बो के नाम है | इन उपलब्धियों तक पहुँचने वाले पहले भारतीय गेंदबाज
विकेट |
गेंदबाज |
विरोधी |
जगह |
वर्ष |
100 |
सुभाष गुप्ते |
वेस्टइंडीज |
मुंबई |
1958 |
200 |
बिशनसिंह बेदी |
इंग्लैंड |
चेन्नई |
1977 |
300 |
कपिल देव |
श्रीलंका |
कटक |
1987 |
400 |
कपिल देव |
ऑस्ट्रेलिया |
पर्थ |
1992 |
500 |
अनिल कुंबले |
इंग्लैंड |
मोहाली |
2006 |
600 |
अनिल कुंबले |
ऑस्ट्रेलिया |
पर्थ |
2008 |
एक पारी तथा एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले ही वो खिलाड़ी है जिन्होंने एक पारी में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया हुआ है | 1999 की सीरिज के दूसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए कुंबले ने सभी 10 विकेट अपने नाम करते हुए विश्व रिकॉर्ड कायम किया था और वे यह कारनामा करने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी बने थे | एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रिकॉर्ड को देखें तो उसमें नरेंद्र हिरवानी बाजी मार लेते हैं, उन्होंने चेन्नई में 1988 में वेस्टइंडीज के सामने गेंदबाजी करते हुए 16 विकेट लिए थे | कप्तान के रूप में सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी इस सूची में माही के नाम से मशहूर हेलिकॉप्टर शॉट के आविष्कारक महेंद्र सिंह धोनी का नाम सबसे ऊपर आता है | धोनी ने कप्तान रहते भारत की तरफ से सर्वाधिक 60 मैच खेले हैं | सौरव गांगुली व अजहरुद्दीन जैसे दिग्गज भी धोनी से इस मामले में पीछे हैं | सर्वाधिक कैच व अन्य उपलब्धियों वाले भारतीय खिलाड़ी
सर्वाधिक कैच |
राहुल द्रविड़, 209 कैच |
विकेट कीपर के रूप में सर्वाधिक कैच |
महेंद्र सिंह धोनी, 256 कैच |
सर्वाधिक आउट करने वाले विकेट कीपर |
महेंद्र सिंह धोनी, 294 शिकार |
सर्वाधिक मैन ऑफ़ द मैच |
सचिन तेंदुलकर, 14 बार |
सर्वाधिक मैन ऑफ़ द सीरीज |
आर. अश्विन, 6 बार |
मील के पत्थर साबित होने वाले कुछ मैच 50वां मैच 1956 में चेन्नई टेस्ट में पोली उमरीगर के सामने भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पचासवां टेस्ट मैच खेला | रिची बेनौद के पहली पारी में लिए 7 विकेट तथा रे लिंडवाल्स के दूसरी पारी में लिए 7 विकेट की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में भारत को एक पारी व 5 रन से हराया था | 100वां मैच मंसूर अली खान पटौदी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने बर्मिंघम में अपना 100वां टेस्ट मैच खेलते हुए इंग्लैंड को 132 रनों से पटखनी दी थी | यह उस भारतीय टीम का एक शानदार सामूहिक प्रयास था जिससे टीम को कामयाबी मिली | 200वां मैच 1982 में सुनील गावस्कर की कप्तानी में भारत ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में अपना 200 वां टेस्ट मैच खेला मगर दुर्भाग्य से यह मैच बिना किसी नतीजे के सम्पन्न हुआ | 300वां मैच 300 वें मैच में क्रिकेट के भगवन कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे | 1996 में अहमदाबाद की धरती पर खेले गए इस मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका की टीम को 65 रनों से पीटा था | 400वां मैच 400 वें टेस्ट मैच में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को उसी की धरती पर 49 रनों से हराकर इतिहास रचते हुए जश्न मनाया | कैरिबियाई धरती पर भारत ने 35 वर्ष बाद टेस्ट मैच सीरिज जीती थी | 500वां मैच 500वां टेस्ट मैच भारत में न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही सीरीज में कानपुर में खेला गया | इस टेस्ट में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 197 रनों से हराकर पुनः टेस्ट क्रिकेट में खुद को पहले नम्बर पर काबिज कर लिया |