भारत के खिलाफ टॉप 6 व्यक्तिगत वनडे स्कोर

#2 सनथ जयसूर्या 189 (2000)

सूची में एक और श्रीलंकाई। श्रीलंका के तेजतर्रार बल्लेबाज सनथ जयसूर्या सबसे ज्यादा खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। अपनी आक्रामक शैली के लिए जाने जाने वाले जयसूर्या के पास कुछ ही ओवरों में खेल का चेहरा बदलने की क्षमता थी। 2000 में भारत और श्रीलंका ने कोका कोला कप के फाइनल में शारजांह में भिड़ंत हुई, इस तारीख को वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारतीय पक्ष द्वारा सबसे शर्मनाक प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है। पहले श्रीलंका ने बल्लेबाजी करते हुए 299-5 रनों का स्कोर बनाकर भारत के सामने मुश्किल लक्ष्य रखा। कोका कोला कप के फाइनल में सनथ जयसूर्या ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए अविश्वसनीय 189 रन बनाये। भारत के सामने 300 का लक्ष्य था जिससे वह दिमागी तौर पर पहले हार गये। पूरी की पूरी भारतीय टीम सिर्फ 54 रनों पर ऑल आउट हो गयी और श्रीलंका ने 245 रनों के साथ मैच और कोका कोला कप ट्रॉफी जीत ली। जयसूर्या की इस शानदार पारी ने उन्हें मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिला।


#1 सईद अनवर 194 (1997)

भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट की बात की जाती है तो दोनों देशों के दर्शकों के बीच इस खेल को लेकर एक अलग ही माहौल बन जाता है। लेकिन भारत-पाक के बीच 1997 में एक ऐसा मुकाबला चेन्नई में पेप्सी इंडिपेंडेन्स कप के खेला गया जिसमें सईद अनवर ने एक शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। सईद अनवर की 194 रनों की पारी का रिकॉर्ड 12 सालों तक बना रहा। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 327-5 रन बनाए जिसमें सईद अनवर ने उच्चतम व्यक्तिगत वनडे स्कोर का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया था। यह रिकॉर्ड 12 साल से अधिक समय तक खड़ा रहा और आखिरकार मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक बनाते हुए इसे तोड़ दिया। इस अवधि के दौरान केवल एक खिलाड़ी ने अनवर के स्कोर से मेल खाया, जब जिम्बाब्वे के चार्ल्स कॉन्वेंट्री ने बांग्लादेश के खिलाफ 194* रन बनाए थे। लेकिन 194 का अनवर का स्कोर वनडे इतिहास में टीम इंडिया के खिलाफ सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर है। पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाज की जमकर खबर लेते हुए मैदान के चारों ओर रनों की बारिश की और लगभग 133 की प्रभावशाली स्ट्राइक रेट पर स्कोर बनाया। उनकी पारी में 22 चौके और 5 छक्के शामिल थे। भारत ने 35 रनों से मैच गंवा दिया और सईद अनवर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। लेखक- संचित ग्रोवर अनुवादक- सौम्या तिवारी