साल 2019 का क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू होने में अब एक साल से भी कम का वक़्त बचा है, ऐसे में सभी टीम ने अपने-अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इंग्लैंड की पिच सीम और स्विंग गेंदबाज़ों के लिए काफ़ी मददगार है, इसलिए हर टीम में अच्छे तेज़ गेंदबाज़ ज़रूर होंगे। इसके अलावा हर देश की टीम के पास अच्छे स्पिन गेंदबाज़ भी मौजूद होंगे जिससे गेंदबाज़ी में विविधता लाई जा सके। आइए हम 2019 के वर्ल्ड कप में शामिल होने वाली सभी टीम के स्पिन अटैक के बारे में जानते हैं। हमने वनडे की टॉप 5 टीम के बेस्ट स्पिनर्स को जगह दी है, इसके लिए हमने पिछले 3 साल के आंकड़ों को आधार बनाया है (जून 2015 से जून 2018)। टीम की रैंकिंग के लिए हमने विकेट लेनी की क्षमता, स्पिन अटैक की गहराई और इकॉनमी रेट को मुख्य आधार बनाया है।
#1 भारत
स्पिन गेंदबाज़ हमेशा से टीम इंडिया की ताक़त रहे हैं और आज भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। भारतीय टीम के पास कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी है जो मैच का रुख़ कभी भी पलट सकती है। चहल लेग स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं और गुगली फेंकने में माहिर हैं, वहीं यादव की गेंदबाज़ी में विविधता देखी जा सकती है। चहल और यादव की स्पिन जोड़ी ने कई मौकों पर विपक्षी टीम के बल्लेबाज़ों को धूल चटाई है। पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया की कामयाबी की एक वजह ये दोनों स्पिन गेंदबाज़ भी है। इनका जादू इस कदर छाया है कि टीम में रवीचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जगह नहीं बन पा रही है। भारत के पास अक्षर पटेल भी हैं जो बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं। इनकी गेंदबाज़ी का तरीका जडेजा से मिलता जुलता है। वनडे में उनकी गेंदबाज़ी काफ़ी किफ़ायती रही है। इसके अलावा टीम इंडिया के वॉशिंग्टन सुंदर भी फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। विराट कोहली की टीम में केदार जाधव और सुरेश रैना के रूप में अतिरिक्त स्पिनर्स भी हैं जो ज़रूरत पड़ने पर अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी कर सकते हैं। वनडे में भारतीय स्पिनर्स( जून 2015- जून 2018) युज़वेंद्र चहल - मैच - 23 विकेट - 43 औसत - 21.83 इकॉनमी - 4.76 कुलदीप यादव - मैच - 20 विकेट - 39 औसत - 20.02 इकॉनमी - 4.80 अक्षर पटेल - मैच - 25 विकेट - 29 औसत - 34.79 इकॉनमी - 4.43
#2 पाकिस्तान
पाकिस्तान टीम के पास उमदा किस्म के स्पिन अटैक गेंदबाज़ हैं। यासिर शाह टेस्ट में पाकिस्तान के लिए धमाल मचा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने जो भी वनडे मैच खेले हैं उसमें अच्छा प्रदर्शन किया है। शादाब ख़ान की गेंदबाज़ी में धार साफ़ देखी जा सकती है। वो पूरे संयम के साथ और सटीक ढंग से स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं। वो अपने ‘दूसरा’ गेंद से बल्लेबाज़ों के नाक में दम कर देते हैं। ऑलराउंडर इमाद वसीम भी बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी करने में सहज दिखते हैं। इसके अलावा शोएब मलिक और मोहम्मद हफ़ीज़ भी ऑफ़ स्पिन करने में माहिर हैं। वनडे में पाकिस्तानी स्पिनर्स (जून 2015- जून 2018) इमाद वसीम – मैच - 30 विकेट - 28 औसत - 33.75 इकॉनमी - 4.48 शादाब ख़ान – मैच -17 विकेट - 24 औसत - 28.75 इकॉनमी - 4.92 यासिर शाह – मैच -12 विकेट - 14 औसत - 41.42 इकॉनमी - 5.39
#3 इंग्लैंड
मेज़बान इंग्लैंड के पास भी अच्छे किस्म के स्पिन गेंदबाज़ मौजूद हैं जो अगले वर्ल्ड कप में खेलने के लिए तैयार हैं। इस टीम में आदिल राशिद परंपरागत तरीके स्पिन गेंदबाज़ी कररने में माहिर हैं। उनमें मुश्ताक अहमद की परछाई दिखते हैं। वो अपनी गेंद से विपक्षी बल्लेबाज़ों को ललचाते हुए विकेट हासिल करते हैं। बॉलिंग करते हुए उनकी चतुराई का जवाब नहीं। वो विविधता भरी गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों को चकमा देते हैं। इस टीम में मोईन अली एक शानदार स्पिन गेंदबाज़ हैं जो सटीक गेंदबाज़ी करते हैं, उनकी गेंद पर रन बनाना बेहद मुश्किल होता है। राशिद और मोईन एक निश्चित अंतराल पर विकेट निकालते रहते हैं। इसके अलावा अंग्रेज़ टीम के पास जो रूट के रूप में एक अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज़ भी मौजूद है। वनडे में इंग्लिश स्पिनर्स (जून 2015- जून 2018) आदिल राशिद - मैच - 58 विकेट - 92 औसत - 30.32 इकॉनमी - 5.49 मोईन अली - मैच - 54 विकेट - 44 औसत - 50.79 इकॉनमी - 5.16
#4 अफ़ग़ानिस्तान
अफ़ग़ानिस्तान आज वनडे में अच्छा प्रदर्शन कर पा रहा है तो उसकी सबसे बड़ी वजह उसकी स्पिन अटैक है। राशिद ख़ान और मुजीब-उर-रहमान की जोड़ी ने अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से दुनिया के कई बल्लेबाज़ों के छक्के छुड़ाए हैं। राशिद लेग स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं उनकी बॉलिंग विविधताओं से भरी रहती है। मुजीब भी राशिद ख़ान की तरह घातक गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। अफ़ग़ान टीम में मोहम्मद नबी भी स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं, वो अकसर ऑफ़ ब्रेक गेंद फेंकते हैं। वनडे में अफ़ग़ान स्पिनर्स (जून 2015- जून 2018) राशिद ख़ान - मैच - 44 विकेट - 100 औसत - 14.4 इकॉनमी - 3.96 मुजीब-उर-रहमान - मैच - 15 विकेट - 35 औसत - 16.62 इकॉनमी - 4.04 मोहम्मद नबी - मैच - 47 विकेट - 58 औसत - 26 इकॉनमी 4.21
#5 न्यूज़ीलैंड
कीवी टीम अक्सर अपने ज़बरदस्त पेस अटैक के लिए जानी जाती है, लेकिन इस टीम में कुछ अच्छे स्पिनर्स भी मौजूद हैं। ऑफ़ स्पिनर ईश सोढ़ी और बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर बॉल को ज़्यादा टर्न नहीं करते, लेकिन उनकी गेंद में उड़ान और बहाव देखने को मिलती है। सोढ़ी और सैंटनर दोनों ही गेंदबाज़ अपने कद का अच्छा इस्तेमाल करते हैं। न्यूज़ीलैंड टीम में कोलिन मुनरो और केन विलियमसन अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज़ के तौर पर मौजूद हैं। वनडे में कीवी स्पिनर्स (जून 2015- जून 2018) मिचेल सेंटनर - मैच - 50 विकेट - 55 औसत - 33.34 इकॉनमी - 4.72 ईश सोढ़ी - मैच - 22 विकेट - 29 औसत - 35.34 इकॉनमी - 5.62 एक नज़र अन्य वनडे टीम्स पर जिनके पास अच्छे स्पिनर्स मौजूद हैं लेकिन वो इस लिस्ट में जगह बनाने में नाकाम रहे।
दक्षिण अफ़्रीका
प्रोटियास टीम अकसर अपने पेस अटैक के लिए जानी जाती है। इस टीम में इमराह ताहिर मुख्य स्पिन गेंदबाज़ हैं। ताहिर की चतुराई भरी गेंदबाज़ी उन्हें विकेट दिलाने में मदद करती है। दक्षिण अफ़्रीका के पास तबरेज़ शम्सी और केशव महाराज के रूप में अन्य स्पिन गेंदबाज़ मौजूद हैं। ऑलराउंडर जेपी डुमिनी भी ज़रूरत पड़ने पर ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं। इमरान ताहिर - मैच - 47 विकेट - 69 औसत - 29.17 इकॉनमी - 4.94
ऑस्ट्रेलिया
लेग स्पिनर एडम ज़ामपा कंगारू टीम के अहम स्पिन गेंदबाज़ हैं जो अकसर मिडिल ओवर्स में विकेट निकालते हैं। ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी कई बार अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए देखे जाते हैं। एडम ज़ाम्पा – मैच 31 विकेट 42 औसत 34.73 इकॉनमी 5.68 वेस्टइंडीज़: हांलाकि वेस्टइंडीज़ के पास सुनील नरेन और सैम्युअल बद्री जैसे 2 विश्व स्तर के स्पिन गेंदबाज़ हैं लेकिन वो वनडे टीम में हमेशा शामिल नहीं रहते हैं। देवेंद्र बिशो कैरिबियाई टीम के लिए अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं। श्रीलंका: इस टीम के पास रंगाना हेराथ जैसे शानदार गेंदबाज़ हैं लेकिन उनका इस्तेमाल अकसर टेस्ट मैच के लिए किया जाता है। वनडे टीम में अकिला धनंजया, लक्ष्ण संदाकन और सीक्कुज प्रसन्ना स्पिन की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं। बांग्लादेश – साक़िब अल हसन, मेहदी हसन और नासिर हुसैन की तिकड़ी पर बांग्लादेशी टीम की स्पिन अटैक की ज़िम्मेदारी है गौतम लालोत्रा अनुवादक- शारिक़ुल होदा