भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने 15 साल पहले आज ही के दिन अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला शतक लगाया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापट्टनम वनडे मैच में सिर्फ 123 गेंद पर 148 रनों की जबरदस्त विस्फोटक पारी खेली थी। भारत ने उस मैच को 58 रनों से जीता था। पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने धोनी की उस पारी को लेकर बड़ा बयान दिया है। नेहरा ने कहा है कि धोनी की उस पारी ने भारतीय टीम को विश्वास दिलाया था कि हमारे पास भी एक जबरदस्त विकेटकीपर बल्लेबाज है। हम पहले केवल राहुल द्रविड़ पर ही निर्भर थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में आशीष नेहरा ने कहा कि धोनी की उस पारी ने टीम को विश्वास दिलाया कि हमारे पास भी एक बेहतरन विकेटकीपर बल्लेबाज हो सकता है। शुरुआत में एम एस धोनी के बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे लेकिन उनके जैसे खिलाड़ी को अगर मौके मिलते हैं और वो उसका पूरा फायदा उठाते हैं तो फिर उन्हें रोकना काफी मुश्किल हो जाता है। नेहरा ने कहा कि धोनी ने उसके बाद कभी-कभार ही नंबर 3 पर बल्लेबाजी की लेकिन उन्होंने अपनी उस पारी से एक स्टेटमेंट दिया। हम सीरीज के बाकी बचे 4 मैच हार गए लेकिन हमें उस सीरीज से धोनी जैसा खिलाड़ी मिला।
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नेहरा ने आगे कहा कि जब धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया तब वो उतने बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं थे। उनसे पहले जो विकेटकीपर बल्लेबाज खेले थे वो काफी बेहतरीन थे। वो नयन मोंगिया और किरण मोरे जैसे विकेटकीपर नहीं थे, लेकिन समय के साथ वो काफी बेहतर होते चले गए। नेहरा ने कहा कि धोनी ने वो किया जो दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल नहीं कर पाए। उन्होंने खुद को मिले मौकों को पूरी तरह भुनाया।