साल 1989 में अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर शुरू करने वाले सचिन तेंदुलकर ने वनडे में 49 और टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाए हैं। 12 मार्च को दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ 2011 विश्व कप में 99वां शतक लगाने के बाद सचिन को 100वें शतक के लिए एक साल तक इंतज़ार करना पड़ा। 99वें शतक के बाद वे कई बार शतक लगाने में सचिन विफल रहे। एशिया कप के चौथे मैच में 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ सचिन ने अपने कैरियर का सौवां और एकदिवसीय क्रिकेट में 49वां शतक जड़ा। भारतीय पारी के 44वें ओवर में सचिन ने 138वीं गेंद पर स्क्वायर लेग में शॉट खेलकर अपना शतक पूरा किया। जैसे ही मैच में सचिन ने शतक पूरा किया, पूरा स्टेडियम तालियों से गूँज उठा। मैदान पर मौजूद बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने उनसे हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। इसके बाद उन्होंने अपने चित परिचित अंदाज़ में आसमान की ओर देखते हुए बल्ला हवा में लहरा कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।उन्होंने 147 गेंदों का सामना कर 114 रन बनाये, अपनी इस पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाया।
सचिन के शतकों का शतक बनते हुए देखिए यहां
मास्टर ब्लास्टर ने वर्ष 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट और वनडे करियर शुरू किया था, सचिन ने 188 टेस्ट मैच और 462 वनडे मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 99 शतक के बाद खराब प्रदर्शन के दौर से गुजरे सचिन की काफी आलोचना भी हुई और उनके साथ-साथ टीम के अन्य सीनियर खिलाड़ियों के संन्यास की मांग भी हुई। मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में सचिन ने क्रिकेट प्रेमियों के लंबे इंतजार को समाप्त किया और शतक लगाया। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में सचिन ने संयम के साथ एक सधी हुई शुरुआत दी। हालाँकि गौतम गंभीर सिर्फ 11 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन दूसरे विकेट के लिए विराट कोहली ने उनके साथ अच्छी साझेदारी की। विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर के बीच 148 रनों की अहम साझेदारी हुई। भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 289 रन स्कोरबोर्ड पर टांगे मगर बांग्लादेश ने इस लक्ष्य को चार गेंदें शेष रहते हुए हासिल कर लिया।