यह गेंदबाजों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक रहा : एमएस धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार को अंतिम वन-डे मैच 190 रन के विशाल अंतर से जीतकर सीरीज 3-2 से अपने नाम की। भारतीय टीम ने पूरे मैच में कीवी टीम पर दबदबा बनाए रखा। भारतीय टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि अंतिम वन-डे में उनका प्रदर्शन इतने वर्षों में सर्वश्रेष्ठ में से एक था। भारतीय टीम ने ऑलराउंड प्रदर्शन के बल पर कीवी टीम को अंतिम मैच में 190 रन के विशाल अंतर से हराया। हालांकि, कीवी टीम एक समय मजबूत नजर आई थी, लेकिन अमित मिश्रा ने पूरे खेल के समीकरण बिगाड़ दिए। लेगस्पिनर ने विशाखापत्तनम की धीमी और टर्न लेती पिच का पूरा फायदा उठाया और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजी क्रम को उखाड़ कर फेंक दिया। मिश्रा ने 6 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर 5 विकेट लिए। मैच के बाद धोनी ने कहा, 'मिश्रा की सबसे अच्छी बात यह है कि वो गेंद धीमी करते हैं तो एक विकेटकीपर होने के नाते आपके पास संभलने का समय होता है। वहीं अक्षर पटेल जो तेज और फ्लैट गेंद कर रहे थे, वह भी बढ़िया था।' आखिरी वन-डे में भारतीय स्पिनरों ने 10 में से 8 कीवी बल्लेबाजों का शिकार किया। मिश्रा ने जहां सर्वाधिक 5 विकेट लिए, वहीं अक्षर पटेल ने दो जबकि डेब्यू करने वाले जयंत यादव ने एक विकेट लिया। धोनी ने कहा कि वह सीरीज में गेंदबाजों के प्रदर्शन से काफी संतुष्ट रहे। उन्होंने कहा, 'यह गेंदबाजों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक था। यह ऐसा मैच था जहां स्पिनरों को काफी मदद मिली। इससे पहले जब भी हमने पहले गेंदबाजी की, तो विकेट हमेशा पहले बल्लेबाजी के लिए मददगार रहा। ओस होने के बाद गेंदबाजों ने शानदार काम किया। स्पिनरों ने जिस गति से गेंदबाजी की वह बिलकुल सटीक थी।' मिश्रा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। धोनी ने साथ ही कहा कि बल्लेबाजों ने परिस्थिति को भांपते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा के योगदान की तारीफ की। बकौल धोनी, 'मेरे ख्याल से विराट ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। हमने अच्छी शुरुआत हासिल की थी। जब रोहित चोटिल हुए तो उन्हें कहा गया कि आप अपने शॉट्स खेलिए। जब कोहली आउट हुए तो रोहित ने हमे लय उपलब्ध कराई। मेरे ख्याल से यहां स्ट्राइक रोटेट करने के लिए कठिन पिच थी। इसलिए हमने लंबे शॉट खेलने का फैसला लिया। हमें लगा था कि 270 अच्छा स्कोर है, लेकिन ओस को देखते हुए कुछ भी नहीं कहा जा सकता था।' धोनी ने साथ ही कहा कि कीवी टीम के खिलाफ पांच मैचों की वन-डे सीरीज से भारतीय प्रबंधन ने युवाओं को टेस्ट करने का शानदार मंच उपलब्ध कराया जिससे अगले वर्ष चैंपियंस ट्रॉफी में मदद मिल सकती है।