प्रिय स्टीव स्मिथ, पिछले कुछ सालों में आप जिस तरह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रनों का अंबार लगाए जा रहे थे और ख़ास तौर से क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारुप टेस्ट क्रिकेट में वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। 60 से ऊपर की करियर औसत, आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अब तक के इतिहास में दूसरा सर्वाधिक प्वाइंट्स हासिल करने के बाद आप डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड भी तोड़ने से ज़्यादा दूर नहीं थे। यही वजह है कि आपको कोई ‘स्टील स्मिथ’ से नवाज़ रहा था तो कोई मौजूदा वक़्त का डॉन ब्रैडमैन क़रार दे रहा था। 2010 में टेस्ट डेब्यू करने के बाद जिस तरह आपने हरेक टेस्ट सीरीज़ में कम से कम एक अर्धशतक ज़रूर लगाया, वह बेमिसाल है। साल 2017 में कमाल का प्रदर्शन करने के बाद उम्मीद थी कि 2018 में भी स्टीव स्मिथ अपने नाम से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डंका बजवाएंगे और ऑस्ट्रेलिया को एक नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। एशेज़ सीरीज़ में इंग्लैंड को 4-0 से शिकस्त देने के बाद अब आपके सामने लक्ष्य था प्रोटियाज़ को एक बार फिर उन्हीं के घर में शिकस्त देना और ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण अफ़्रीका में न हारने का रिकॉर्ड क़ायम रखना। आपने इसकी शुरुआत भी धमाकेदार अंदाज़ में ही की थी जब पहले टेस्ट में प्रोटियाज़ को करारी शिकस्त दी। ऐसा लगा जीत तो अब आपके आदत में शुमार हो गई है, लेकिन दूसरे टेस्ट में प्रोटियाज़ ने जीत के साथ पलटवार करते हुए लगता है आपको गहरी चोट पहुंचाई थी। शायद यही कारण था जो आपने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीसरे टेस्ट के दौरान कुछ ऐसा कर दिया जिसकी उम्मीद कम से कम आप से तो कतई नहीं थी। जेंटलमेन गेम को बदनाम करने का आरोप ऑस्ट्रेलिया पर इससे पहले भी कई बार ज़रूर लगा है फिर चाहे ट्रेवर चैपल की अंडरआर्म गेंदबाज़ी हो या फिर डेनिस लिली का एलुमीनियम वाले बल्ले का इस्तेमाल करना हो। पर आपकी कप्तानी में और आपकी देख रेख में जो केप टाउन में हुआ वैसा किसी ने सोचा तक नहीं था, आख़िर आपसे ऐसी चूक हो कैसे गई कि आपने डेविड वॉर्नर को कैमरन बैनक्रॉफ़्ट के हाथों सैंडपेपर का इस्तेमाल करवाते हुए गेंद को ख़राब करने की कोशिश की। बॉल टैंपरिंग करते हुए जब बड़ी स्क्रीन पर बैनक्रॉफ़्ट दिखे तो आपके चेहरे की भी हवाई उड़ गई थी। हालांकि अच्छा ये लगा कि आपने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ग़लती स्वीकार किया और फिर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सामने ये सब कुछ बताया भी कैसे डेविड वॉर्नर के बहकावे में आप सभी आ गए और खेल भावना को तार तार कर दिया। स्मिथ आपमें निसंदेह जज़्बा है और क्रिकेट ही आपकी ज़िंदगी है जहां शायद आप फिर वापसी कर जाएं। लेकिन ज़रा सोचिए युवा बैनक्रॉफ़्ट जो अभी अभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना रहा था, उस पर 9 महीनों का ये बैन कितना असर डाल सकता है। ज़रा सोचिए उन फ़ैंस के बारे में जो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट से उम्मीद करते हैं कि किसी भी परिस्थिति में ये टीम वापसी का दम रखती है। तो क्या ये वापसी इस तरह क्रिकेट को शर्मसार करते हुए की जाती है ? एक साल के बैन की सज़ा सुनने के बाद जब आप अपने घर लौटे और वहां से प्रेस कॉन्फ़्रेंस की तो हमें भी आपके दर्द और पछतावे का अहसास ज़रूर हुआ। आपकी आंखों से निकलते हुए आंसुओं ने क्रिकेट फ़ैंस के दिल में भी गहरा आघात पहुंचाया। पिच पर स्टील की तरह बल्लेबाज़ी करने वाला स्टीव स्मिथ का दिल इतना कमज़ोर है और वह भी आम इंसान की तरह भावुक है ये तो आपकी आंखों के साथ साथ हिचकी लेती हुई आवाज़ और कांपती हुई ज़ुबान ने भी साबित कर दिया। स्मिथ, केपटाउन में क्या हुआ ये तो शायद ही कोई सच्चा क्रिकेट फ़ैन या खिलाड़ी भूल पाए, ज़ाहिर है आपके लिए भी ये ताउम्र का अहसास रहेगा। लेकिन फिर भी हम यही उम्मीद करेंगे कि आप जिस हौसले और ख़्वाब के साथ क्रिकेट खेल रहे थे, बैन के बाद भी उसी जज़्बे को बरक़रार रखिए। और इन ग़लतियों से सबक़ लेते हुए उन युवाओं और बच्चों को भी समझाइए जिन्हें आप क्रिकेटर बनता हुआ देखना चाहते हैं कि ऐसा कभी मत करना। क्योंकि आप ही रो-रो कर कह रहे थे क्रिकेट आपका प्यार है, सपना है, सबकुछ है तो फिर स्मिथ दोबारा इस सपने के साथ ऐसा खिलवाड़ मत कीजिएगा। आपकी आंखों से निकले आंसू और कांपती ज़ुबान से माफ़ कर देने की गुज़ारिश हम जैसे फ़ैंस के दिल को ज़रूर छू गई। आपको पसंद करने वाले फ़ैंस माफ़ भी कर देंगे आपको, लेकिन इस उम्मीद के साथ कि ये सज़ा आपको अहसास दिलाए कि आपने कितनी बड़ी ग़लती की थी। आख़िर में क्रिकेट का एक बड़ा फ़ैन होने के नाते मैं आप से यही गुज़ारिश करूंगा और दुआ करूंगा कि स्टीव स्मिथ को हम सभी एक बार फिर क्रिकेट की साफ़ स्प्रिट और उसी जज़्बे के साथ देखें, जैसा केपटाउन टेस्ट के पहले तक हम देख रहे थे।