महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम की जमकर सराहना की है। 43 वर्षीय तेंदुलकर ने घोषणा करते हुए कहा कि विश्व की नंबर-एक टेस्ट टीम से अन्य टीमें इर्ष्या करेंगी और साथ ही कहा कि हाल ही में टीम जब दबाव में आई तो निचलेक्रम ने जिम्मेदारी उठाकर शानदार प्रदर्शन किया। यह पूछने पर कि अन्य टीमें मौजूदा भारतीय टीम से इर्ष्या करेंगी तो तेंदुलकर ने कहा, 'बिलकुल। जब हम ताकत से लबरेज हो तो ऐसी मुश्किलें अच्छी हैं। किसे बाहर करेंगे? इसका मतलब हमारी बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है। चैंपियंस की टीम ऐसी होती है। इस स्तर पर ऐसा प्रदर्शन बरक़रार रखना हर कोई चाहता होगा।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी टीम के लिए यह सत्र काफी शानदार रहा। कई बार चुनौतियों वाले पल आए और ऐसे में हमारे सातवें, आठवें व नौवें क्रम वाले बल्लेबाजों ने उम्दा योगदान दिया। वह नाजुक पल थे जब टेस्ट मैच किसी भी टीम की तरफ जा सकता था।' भारत ने हाल में पूर्ण हुए घरेलू सत्र में 13 टेस्ट खेले, जिसमें से 10 में उसे जीत जबकि एक शिकस्त झेलने को मिली। एक टेस्ट ड्रॉ हुआ। भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। भारत ने एक सत्र में सभी टेस्ट सीरीज जीती। भारत के लगातार शानदार प्रदर्शन का श्रेय निचलेक्रम के बल्लेबाजों को भी जाता है, जिन्होंने समय पर जिम्मेदारी के साथ पारी खेलकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। ऋद्धिमान साहा, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव ने भी समय-समय पर बल्ले से उल्लेखनीय योगदान दिया। यह पहला मौका है जब एक सत्र में एक ही टीम के दो ऑलराउंडरों ने 400 से अधिक रन व 50 से अधिक विकेट लिए। टेस्ट रैंकिंग में गेंदबाजों की सूची में शीर्ष स्थान पर काबिज जडेजा और अश्विन ने बल्ले से भी योगदान दिया। वहीं दूसरी तरफ साहा ने एक सत्र में दो शतक जमाकर अपनी उपयोगिता साबित की।