पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई से भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज के कराने को लेकर बात की है। पीसीबी ने कहा है कि या तो बीसीसीआई पाकिस्तान से द्विपक्षीय सीरीज खेलने पर राज़ी हो जाए या फिर नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति कर दी। बीसीसीआई के इस फैसले को लेकर पीसीबी काफी खफा नज़र आ रहा है। इस कारण ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नज़म सेठी ने बीसीसीआई से अग्रह किया है कि भारत पाकिस्तान सीरीज होनी चाहिए वरना बीसीसीआई को इसके नुकसान की क्षतिपूर्ति करनी होगी। जहाँ उनको भारत के खिलाफ द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज की कमी के कारण नुक्सान का सामना करना पड़ रहा है। एक इन्टरव्यू में पीसीबी के अध्यक्ष नज़म सेठी ने कहा "हमने इस मामले को बीसीसीआई और आईसीसी के समक्ष पेश कर दिया है कि या तो बीसीसीआई पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज कराने को राज़ी हो जाए या फिर इसकी कमी से होने वाले नुक्सान की क्षतिपूर्ति कर दी" बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 2014 में आपसी सहमति के बाद एमओयू साईन किया था। उस एमओयू के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच 2015 से 2023 के अन्तराल में 6 द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज होनी हैं। जहाँ अभी तक भारत और पाकिस्तान के बीच एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जा सकी है। पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बिलकुल भी ठीक नहीं चल रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई से भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज के लिए अपील की है। इन दोनों देशों के बीच आखिरी बार द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज 2012 में हुई थी। जहाँ पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारतीय दौरे पर एकदिवसीय सीरीज खेलने के लिए आई थी। उसके बाद दोनों ही देश आईसीसी के काफी सारे टूर्नामेंट में आमने-सामने आ चुके हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बार टेस्ट सीरीज 2007 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले से पहले खेली गई थी।