साल 2018 के अप्रैल में होने वाले एशिया इमर्जिंग नेशन्स कप की मेजबानी करने के लिए पाकिस्तान पूरी तरह से तैयार है। जबकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान में होने के लिए इस टूर्नामेंट पर रोक लगाने का विचार किया है। बीसीसीआई के साथ बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी सुरक्षा का हवाला देते हुए इस टूर्नामेंट को पाकिस्तान में आयोजन होने पर सवाल उठाया है। इस साल अक्टूबर में आयोजित हुई एसीसी की बैठक के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इस टूर्नामेंट के आयोजन के राइट्स दिए गए थे लेकिन भारत और बांग्लादेश के उत्तराधिकारी इस बैठक के दौरान उपस्थित नहीं थे। भारत और बांग्लादेश ने साफतौर पर पाकिस्तान में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट से सुरक्षा का हवाला देते हुए किनारा किया है। उन्होंने नए स्थल पर टूर्नामेंट को आयोजित करने की मांग की है लेकिन पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि हम एशिया इमर्जिंग नेशन्स कप की मेजबानी करने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करेंगे। बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट में बाधा खड़ी की, इस बात को लेकर पीसीबी के अधिकारी ने आगे कहा कि समय बदल गया है पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन भारत इस टूर्नामेंट को खेलने पर मना कर रहा है। उनके अपने राजनितिक कारण है। बीसीसीआई भारतीय टीम को पाकिस्तान में किसी भी जगह खेलने नहीं भेजना चाहती है इसलिए वह पाकिस्तान को मेजबानी करने से रोक रही है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजाम सेठी ने इस साल श्रीलंका के खिलाफ हुए लाहौर में एकलौते टी20 मैच के बाद यह ऐलान किया था कि पाकिस्तान आगामी वर्ष अप्रैल में एशिया इमर्जिंग नेशन्स कप का आयोजन करेगा। राजीनीतिक मसलो के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट होने में रूकावट देखने को मिली है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज खेलने को लेकर भी आये दिन चर्चा देखने को मिलती है लेकिन कोई हल निकलता नजर नहीं आता। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के रूप में खेला गया था।