पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी जावेद मिंयादाद ने भारतीय टीम के साथ आईसीसी टूर्नामेंट्स में नहीं खेलने की सलाह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को दी है। उन्होंने कहा कि आईसीसी के इवेंट्स में टीम इंडिया के साथ कोई मैच नहीं खेलते हुए देश की इज्जत बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आईसीसी पर दबाव होगा और उसका नजरिया हमारे देश के प्रति बदलेगा। उन्हें ऐसा लगता है कि बीसीसीआई की तुलना में पाक बोर्ड को आईसीसी से महत्व कम मिलता है।
मिंयादाद ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ कई बार द्विपक्षीय सीरीज खेलने से मना किया है, ऐसे में उन्हें भी अब आईसीसी के होने वाले बड़े टूर्नामेंटों में टीम इंडिया के साथ खेलने से इंकार कर देना चाहिए। उन्होंने पाक बोर्ड को कहा कि हम ऐसा करके भारत को कड़ा जवाब दे सकते हैं।
पूर्व पाक खिलाड़ी ने कहा कि आईसीसी के टूर्नामेंटों में भारतीय टीम के साथ पाकिस्तान के नहीं खेलने से दर्शक नहीं आएंगे, तब आईसीसी को पाकिस्तान की ताकत का अहसास हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आईसीसी में हमेशा भारत की ही चलती है, पाकिस्तान बोर्ड की कोई बात कभी नहीं सुनी जाती।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच चिर प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलती है। दर्शकों को इन दोनों टीमों के मैचों का इन्तजार रहता है। आईसीसी के टूर्नामेंटों में ही दोनों टीमों के मैच अधिकतर देखने कोमिलते हैं। हाल ही में इंग्लैंड में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में लीग मैच के अलावा दोनों टीमों के बीच फाइनल भी हुआ, जिसमें पाक ने बाजी मारते हुए खिताब अपने नाम कर लिया था।
भारत में पाकिस्तान की तरफ से हो रहे आतंकी हमलों के बाद से दोनों देशों के क्रिकेट सम्बन्धों पर असर पड़ा है। भारत ने उनके साथ किसी भी तरह की द्विपक्षीय सीरीज खेलने से इंकार किया है। इस पर पाकिस्तान बोर्ड ने बीसीसीआई को करार नहीं मानने के आरोप में आईसीसी के समक्ष ले जाने और कोर्ट जाने की बातें भी कही है।