मैच फिक्सिंग का अपराध क्रिकेट जगत में सबसे बड़ा अपराध माना जाता है। लेकिन पाकिस्तानी खिलाडियों को मैच फिक्सिंग की गतिविधियों के आरोप में सबसे ज़्यादा दोषी पाया जाता रहा है। कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में प्रकाश में आया है, जहां पाकिस्तान क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर मोहम्मद नवाज़ को पीसीबी ने मैच फिक्सिंग के आरोप में समन जारी किया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने क्रिकेटर मोहम्मद नवाज को सुरक्षा एवं विजिलेंस विभाग से मिलने से पहले फिक्सिंग के आरोप के लिए कानूनी बुलावा भेजा है। बोर्ड ने अपने बयान में लिखा है, 'यह नोटिस नवाज़ को पीसीबी की सुरक्षा और विजिलेंस विभाग में होने वाले इंटरव्यू से पहले उन्होंने पीसीबी एंटी-करप्शन कोड को भंग करने के लिए किया है, उसके लिए उनको कानूनी रूप से बुलावा भेजा गया है। नवाज़ से मैच फिक्सिंग के बारे में पीसीबी बातचीत करेगा। पीसीबी ने पीएसएल संस्करण 2 में हुई फिक्सिंग के मामले पकड़े गए खिलाडियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए यह कदम उठाया है। शरजील खान, खालिद लतीफ़, नासिर जमशेद और शाहज़ेब हसन को मैच फिक्सिंग के दौरान दोषी पाया गया था। मार्च में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफ़ान को भी पीसीबी ने मैच फिक्सिंग के आरोप में दोषी मानते हुए उन पर 2 साल का प्रतिबन्ध लगाया है। पाकिस्तान में लगातार बढ़ते मैच फिक्सिंग को लेकर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर और विशेषज्ञ ने पीसीबी से दरख्वास्त की है कि स्पॉट फिक्सिंग में पाए जाने वाले हर ख़िलाड़ी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे आने वाले खिलाडियों को सबक मिले और वह एसा कदम न उठाये। यह पाकिस्तान क्रिकेट के साथ-साथ क्रिकेट जगत लिए भी अच्छा कदम होगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान में चल रहे किसी भी प्रकार की स्पॉट फिक्सिंग को गंभीरता से लिया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का सोचा है।