पाकिस्तानी क्रिकेट टीम जुलाई में इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होगी, जिसके लिए पाकिस्तान के नए कोच मिकी आर्थर ने एक फ़िट्नेस टेस्ट का आयोजन किया था। और उसके बाद जो नतीजे निकल कर आए वह चौंकाने वाले हैं। ख़बरों के मुताबिक़ एबोटाबाद के काकुल मिलेट्री अकादमी में पाकिस्तान के 31 खिलाड़ियों को चुना गया था, जिसमें 15 खिलाड़ी फ़िट्नेस टेस्ट पास करने नाकाम रहे। ख़बरें ये भी आ रही हैं कि मिकी आर्थर ने ये फ़िट्नेस टेस्ट इतना कड़ा रखा था कि पाकिस्कतानी खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं था। इस फ़िट्नेस कैंप में पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक, युनिस ख़ान, फ़वाद आलम और शान मसूद ने इस फ़िट्नेस टेस्ट को अच्छी तरीक़े से पास कर गए। सूत्रों के मुताबिक इस टेस्ट में कई तरह की प्रतियोगिताएं रखी गईं थी, जिसमें 100 मीटर की दौड़, हर्डल दौड़ और स्टीप क्लाइम्बिंग भी रखी गई थी। और ये सब पाकिस्तानी मिलेट्री के फ़िट्नेस ट्रेनर की देख रेख में हो रहा था। पीटीआई के मुताबिक़ इस फ़िट्नेस कैंप में पाकिस्तान टीम के फ़ील्डिंग कोच ग्रांट लुडेन भी थे, जिन्होंने खिलाड़ियों के फ़िट्नेस कैंप में इस प्रदर्शन पर नाराज़गी ज़ाहिर की। पीसीबी ने इससे पहले ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों को चेतावनी दे दी थी कि टीम में रहने के लिए फ़िट्नेस लेवल को अच्छा रखना सबसे अहम है, और ख़राब फ़िट्नेस की ही वजह से हाल के दिनों में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रदर्शन ख़राब रहा है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने 35 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है जिसमें शाहिद आफ़रीदी, उमर अकमल, अहमद शहज़ाद, और उमर गुल को इस लिस्ट में शामिल नहीं किया है। जबकि यासिर शाह, मुहम्मद हाफ़िज़, हैरिस सोहैल, जुलफ़िकार बाबर और इमाद वसीम फ़िट्नेस की समस्या से इस फ़िट्नेस कैंप से बाहर हो गए।