भारतीय टेस्ट टीम में चयन से मुझे बिलकुल भी हैरानी नहीं है: पार्थिव पटेल

लगभग आठ साल बाद टीम इंडिया की सफ़ेद पोशाक में वापसी कर रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल इन दिनों बेहद खुश नज़र आरहे हैं। पटेल की ख़ुशी का राज़ टीम इंडिया में एक लम्बे समय के बाद उनकी वापसी है। टीम इंडिया अभी अपने घरेलु सत्र के दूसरे लेग में है जहां वो इंग्लैंड के विरुद्ध पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेल रही है। भारत अभी इस सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा है और तीसरा टेस्ट मैच 26 नवम्बर से मोहाली में होना है। आखिरी तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम का ऐलान हो चुका है और इस टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल का चयन किया गया है। पटेल को ऋद्धिमान साहा की जगह पर टीम में शामिल किया गया है। साहा को दूसरे टेस्ट मैच के दौरान दाहिने पैर में चोट आई थी जिसकी वजह से उन्हें तीसरे टेस्ट मैच से बाहर किया गया है। बहरहाल पटेल का एक लम्बा इंतेज़ार ख़त्म हुआ और वो इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच का हिस्सा होंगे। बुधवार को हुए अपने इस चयन पर पटेल बेहद खुश दिखाई दिए और उन्होंने मीडिया से भी बात करते हुए अपनी इस ख़ुशी को ज़ाहिर किया। इसके अलावा पटेल ने मीडिया को जो बयान दिया वो उनके फैन्स के लिए चौंकाने वाला था। “मुझे पता था कि अब मैं जल्द ही टीम में खेल पाउँगा, चुकि भारत अभी अपना घरेलु सत्र खेल रही है और इसमें करीब 12-13 मैच हैं तो मुझे ज़रूर मौका मिल सकता है। इसलिए मैंने अपने खेल पर पूरा ध्यान दिया और घरेलु क्रिकेट खेलते हुए बल्ले और ग्लव्स दोनों से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करता रहा। हालांकि मैं इंडिया-ए की तरफ से नहीं खेल पाया पर मैं लगातार चयनकर्ताओं के संपर्क में था और उनसे बातें कर रहा था। उन्होंने मुझसे ये भी कहा था कि तुम जो कर रहे हो उसे बाखूबी करते रहो”: पार्थिव पटेल पटेल ने इसके अलावा इंटरव्यू में ये भी कहा कि "मुझमें उमीदें तब जागी जब मुझे एम एस धोनी के कवर के तौर पर चुना गया। मुझे पता था कि ये इतना आसन नही है पर मैं इसके लिए हर वक़्त तैयार था, और सच कहूं तो अपने इस चयन पर मुझे बिल्कुल भी कोई हैरानी नही हुई है"। अब देखना ये है कि साहा की चोट ने पटेल की किस्मत का ताला कबतक खोलकर रखा है, ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है।