इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान और डरहम के ऑलराउंडर पॉल कॉलिंगवुड ने इस बात का ऐलान किया कि वो इस सीजन के खत्म होने के बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। 42 साल के कॉलिंगवुड ने 1996 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था और अबतक उन्होंने 304 मुकाबलों में 16,884 रन बनाए हैं और साथ ही में उनके नाम 164 विकेट भी हैं। इंग्लैंड के लिए वनडे में सबसे ज्यादा 197 मुकाबले खेलने वाले कॉलिंगवुड की कप्तानी में इंग्लैंड ने 2010 में वेस्टइंडीज में हुए आईसीसी वर्ल्डटी20 का खिताब जीता था। हालांकि उनका प्रदर्शन इतना खास नहीं रहा था, लेकिन उनकी कप्तानी ने सबको काफी प्रभावित किया। कॉलिंगवुड ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरूआत 2001 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे खेलते हुए की थी और दो साल बाद उन्हें पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला। कॉलिंगवुड ने 68 टेस्ट मुकाबलों में 40.56 की औसत से 4259 रन बनाए, तो एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 197 मुकाबलों में 35.36 की औसत से 5092 रन बनाए। कॉलिंगवुड ने 2010-11 में हुए एशेज के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और वो इंग्लैंड औऱ स्कॉटलैंड टीम के स्पोर्टिंग स्टाफ के साथ जुड़ गए थे। 2015 में वो इंग्लैंड की सीमित ओवरों की क्रिकेट में टीम के साथ सलाहकार के रूप में जुड़े। रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए पॉल कॉलिंगवुड ने कहा, "काफी सोचने के बाद मैंने यह फैसला लिया है कि मौजूदा सीजन के बाद मैं क्रिकेट से संन्यास ले लूंगा। मुझे पता था कि यह दिन जरूर आएगा और यह फैसला बिल्कुल भी आसान नहीं था। हालांकि मेरे हिसाब से यह सही समय था। मैंने इंग्लैंड और डरहम के लिए खेलते हुए काफी कुछ हासिल किया। मैं सभी खिलाड़ी, कोच का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। पॉल कॉलिंगवुड अपना आखिरी मुकाबला 24 सितंबर से मिडिलसेक्स के खिलाफ खेलने वाले हैं और वो अपनी विदाई को खास बनाना चाहेंगे। इसके अलावा अपने आखिरी मुकाबले में कॉलिंगवुड के पास 17,000 रन पूरे करने का भी मौका होगा।