पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर सख्त आरोप लगाया है। उन्होंने कड़ा विरोध करते हुए कहा कि बीसीसीआई के कारण पीसीबी को 1 अरब रूपये की क्षति हुई है और हम इसकी भरपाई चाहते हैं। बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 2014 में आपसी सहमति के बाद एमओयू साईन किया था। उस एमओयू के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच 2015 से 2023 के अन्तराल में 6 द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज होनी हैं, जहां अभी तक एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जा सकी है। शहरयार खान ने एक प्रेसवार्ता में कहा, "एमओयू के मुताबिक बीसीसीआई ने हमारे साथ अभी तक कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। इससे हमें एक अरब रूपये का नुकसान हुआ है। पीसीबी इसकी भरपाई चाहता है।" उन्होंने कहा, "हमने इस मामले का समाधान करने के लिए ब्रिटिश लॉ फर्म को रखा है, जो इसकी फाइल आईसीसी के समक्ष पेश करेगी।" गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बिलकुल भी ठीक नहीं चल रहे हैं।इन दोनों देशों के बीच आखिरी बार द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज 2012 में हुई थी, जहां पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारतीय दौरे पर एकदिवसीय सीरीज खेलने के लिए आई थी। उसके बाद से दोनों ही देश आईसीसी के काफी सारे टूर्नामेंट में आमने-सामने आ चुके हैं। भारत-पाक के बीच आखिरी बार टेस्ट सीरीज 2007 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले से पहले खेली गई थी। इसके अलावा हाल ही में पीसीबी के अध्यक्ष शहरयार खान ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) से भी माफ़ी की मांग की थी। सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज का आयोजन होना था, जो हाल ही में रद्द हो गई थी। इस मामले को लेकर पीसीबी ने एसीबी से माफ़ी की मांग की थी। पीसीबी के अध्यक्ष शहरयार खान ने सख्त रुख अपनाते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से क्षमायाचना पेश करने को कहा था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि हम अफगानिस्तान के साथ, तब तक कोई मैच नहीं खेलेंगे, जब तक वो पीसीबी से सार्वजनिक रूप से मांगी ना मांगे।