पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में अपनी राष्ट्रीय टीम के दो खिलाड़ियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। पीसीबी ने उमर अकमल और जुनेद खान के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। जहां यह समिति इन दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए एक मौखिक विवाद की जांच करेगी। वहीँ इन दोनों के बीच यह घटना एक घरेलू टूर्नामेंट के दौरान घटी थी। दरअसल विकेटकीपर बल्लेबाज़ उमर अकमल और तेज़ गेंदबाज़ जुनैद खान पंजाब टीम के साथी खिलाड़ी हैं। जहां उमर अकमल इस टीम के कप्तान हैं। वहीँ गुरुवार को जुनैद खान सिंध के खिलाफ मैच में मौके से गायब नज़र आए थे। पाकिस्तान क्रिकेट धीरे-धीरे दागदार होता जा रहा है। एक तरफ जहां इस टीम के कुछ खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में शामिल होते नज़र आ रहे हैं। दूसरी तरफ वहीँ पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ियों के बीच आपसी तकरार भी दिखाई देने लगी है। पंजाब टीम के कप्तान उमर अकमल ने गुरूवार को सिंध के खिलाफ मैच में टॉस के दौरान कहा "जब मैं मैदान में पहुंचा था तब मैंने पाया कि जुनैद खान वहां मौजूद नहीं हैं, मैं हैरान था, टीम के प्रबंधक और कोच ने बताया था कि वह आज के मैच में नहीं खेल रहे हैं, एक कप्तान के तौर पर यह खबर मेरे लिए काफी चौंका देने वाली थी।" हालांकि, जुनैद खान ने उमर अकमल की टिप्पणी का जवाब एक वीडियो के ज़रिये दिया था। जिसमें उन्होंने अपनी बीमारी का ज़िक्र किया है साथ ही उन्होंने उमर अकमल की बात को लेकर असहमति भी जताई है। जुनेद खान के अनुसार, "उमर अकमल की टिप्पणी सुनने के बाद मुझे काफी दुख हुआ है, जैसा उन्होंने कहा कि मैं टीम से भाग गया हूँ, मैं इससे असहमत हूँ, मुझे फ़ूड पॉइज़निंग की शिकायत है जिसके बाद मुझे डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है, इस बात से हमारी टीम के प्रबंधक भी वाकिफ हैं।" पाकिस्तान क्रिकेट को उसके बड़े खिलाड़ियों द्वारा हमेशा ही शर्मसार करते देखा गया है। जिसका पीसीबी हमेशा से सख्त विरोध करता आया है। इससे पार पाने के लिए पीसीबी को और सोच विचार करने की ज़रूरत है। जिससे पाकिस्तान क्रिकेट की इज्ज़त फिर से बनी रहे और अन्य अंतर्राष्ट्रीय टीमें वहां खेलने जाने लगें।