पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूरी दुनिया में इतनी ज्यादा टी20 लीग होने पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने इसको लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानि आईसीसी (ICC) को एक लेटर भी लिखा है। पीसीबी के मुताबिक ज्यादा लीग क्रिकेट होने से उसका असर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर पड़ सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी को लिखे लेटर में कहा है कि एक वर्किंग ग्रुप का गठन किया जाए जो ये पता लगाए कि इंटरनेशनल क्रिकेट पर फ्रेंचाइजी क्रिकेट का क्या असर पड़ रहा है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की खबर के मुताबिक पीसीबी को ज्यादा चिंता इस बात की है कि आईपीएल के विंडो की वजह से उन्हें कम इंटरनेशनल मुकाबले खेलने का मौका मिल रहा है।
अगले साल से ढाई महीने का होगा आईपीएल
दरअसल आईपीएल पहले दो महीने का होता था और इसके लिए कोई ऑफिशियल विंडो नहीं होता था। कई सालों तक ऐसा ही चलता रहा। हालांकि अब अगले साल से आईपीएल ढाई महीने तक चलेगा और इसे आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम में शामिल कर लिया गया है। अब आईपीएल का आयोजन मार्च के आखिर से लेकर जून के पहले हफ्ते तक होगा। इसके अलावा इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने द हंड्रेड और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी बीबीएल के लिए विंडो की मांग की है। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेलेंगे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इतने सारे लीग्स को लेकर चिंता जताई है। पीसीबी के सीईओ फैसल हसनैन ने कहा 'आईसीसी की सालाना जनरल मीटिंग के दौरान पाकिस्तान डोमेस्टिक टी20 लीग्स का मुद्दा उठाएगा। हमें इस बात को लेकर चिंता है कि टी20 लीग्स की वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट को काफी कम समय मिल रहा है। कई लीग्स 2 से 3 महीने तक चलती हैं। हम इस पर चर्चा करना चाहते हैं।'
हसनैन ने ये भी बताया कि पीसीबी ने इस मामले में आईसीसी को लेटर लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है।