भारत-पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर पीसीबी करेगा बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

Rahul

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए कानूनी रूप से कार्रवाई करने की मांग की है। पीसीबी का आरोप है कि बीसीसीआई ने भारत को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलने नहीं दिया है। नज़म सेठी, पीसीबी के एग्जीक्यूटिव समिति के अध्यक्ष ने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा कि पीसीबी ने बीसीसीआई को बोला था कि वह 2014 में हुए भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय सीरीज के करार पर अपना पक्ष रखे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण हमने आईसीसी एग्जीक्यूटिव मीटिंग में बीसीसीआई को आगह किया है। उनके द्वारा किये गये समझौते को दिखाकर उनपर कानूनी कार्रवाई करने को बोला है। आपको बता दें कि पीसीबी और बीसीसीआई ने एमओयु के तहत 2014 में करार किया था, जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2015 से 2023 तक एक से ज्यादा द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी। भारत और पकिस्तान के बीच चल रहे सरहद पर तनाव की वजह से दोनों देशो के रिश्तों में भी दूरियां देखने को मिली है। 2008 में हुए मुंबई अटैक से भारत और पाकिस्तान के रिश्तो में खटास आ गयी थी, इसीलिए भारत सरकार की रजामंदी ना होने की वजह से 2012 के बाद से दोनों देशो में द्विपक्षीय क्रिकेट देखने को नहीं मिला है। सेठी ने अपने दूसरे ट्वीट में आईसीसी के प्रति बीसीसीआई के खोये हुए भरोसे की बात को लिखा "हम देख सकते हैं कि किस तरह से बीसीसीआई ने आईसीसी के रेवेन्यू मॉडल पर धमकाया है। अब देखना यह दिलचस्प रहेगा कि बीसीसीआई पर लगाये गये इन आरोप और इन बातों का जवाब किस प्रकार से देती है। सरहद पर बढ़ते तनाव के कारण दोनों देशो के बीच होने वाले क्रिकेट के खेल पर इसका असर दिखाई पड़ रहा हैं। आईसीसी ने दोनों देशो को किसी बड़े टूर्नामेंट में एक दूसरे खिलाफ रखते हुए क्रिकेट के चाहने वालो के लिए हमेशा सोचा हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच इस साल जून में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में 4 जून मुकाबला देखने को मिलेगा जिसका इंतजार हर क्रिकेट प्रेमी करता है। क्या क्रिकेट प्रेमियों को भारत और पाकिस्तान के बीच भारत सरकार की रजामंदी के साथ आने वाले दिनों में द्विपक्षीय क्रिकेट देखने को मिल सकता है ?

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