होबार्ट में चल रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को केवल 85 रनों पर समेत दिया है। कप्तान स्टीव स्मिथ को छोड़कर ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोई भी बल्लेबाज़ दक्षिण अफ़्रीकी मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने नहीं टिक सका। कप्तान स्टीव स्मिथ ने नाबाद 48 रन बनाए। उनके अलावा केवल जो मेनी ही दोहरे अंक तक पहुँचने में कामयाब हो सके। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट तेज़ गेंदबाज़ फिलैंडर ने चटकाए। उन्होंने ऑस्ट्रलियाई टीम के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। फिलैंडर के अलावा चोटिल डेल स्टेन की जगह खेल रहे तेज़ गेंदबाज़ काइल एबोट ने तीन विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट 2 रनों पर डेविड वार्नर के रूप में गिरा। उनको फिलैंडर ने विकेटकीपर डी कॉक के हाथों 1 रन के योग पर कैच आउट कराया। उनके बाद उनके साथी सलामी बल्लेबाज़ जो बर्न्स भी ज्यादा देर क्रीज़ पर नहीं टिक सके और वह भी मात्र एक रन के योग पर ही काइल एबोट की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस वक़्त भी ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 2 रन ही था। उसके बाद देखते ही देखते ऑस्ट्रेलियाई टीम का मध्य क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। एक समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 31 रनों पर 6 विकेट था और ऐसा लग रहा था जैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम 50 रन भी नहीं बना सकेगी। लेकिन कप्तान स्टीव स्मिथ की नाबाद जुझारू पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 रनों का आंकड़ा पार करते हुए 85 रन बनाए। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैला किया था। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से तेज़ गेंदबाज़ फिलैंडर को 5, एबोट को 3 और पर्थ टेस्ट के हीरो रहे रबाडा को केवल एक ही विकेट मिल सका। दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को इससे पहले 2011 में अपने घरेलू मैदान कैपटाउन में टेस्ट मैच की दूसरी पारी में केवल 47 रनों पर समेटा था। उस दौरान भी फिलैंडर ने ऑस्ट्रेलिया के पांच बल्लेबाजों को आउट किया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घरेलू मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में 32 सालों बाद 100 रनों से पहले ऑल आउट हुआ है। उस दौरान वह वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 76 रनों पर सिमट गया था। आपको बता दें कि तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पहले ही 1-0 से आगे चल रहा है। पर्थ टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 177 रनों से हराया था।