फ्रैंचाईजी क्रिकेट में अलग अलग टी -20 टीमों के लिए खिलाड़ियों का खेलना आज के समय में आम बात है। लेकिन किसी खिलाड़ी के लिए अपने करियर के दौरान राष्ट्रीय टीम को बदलना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असामान्य बात होती है। लेकिन कुछ क्रिकेटरों ने ऐसा किया भी है और दूसरे देशों में उपलब्ध अवसरों को भुनाया है। अंतर्राष्ट्रीय टी 20 क्रिकेट के संक्षिप्त इतिहास में कुल 6 खिलाड़ियों ने दो देशों का प्रतिनिधित्व किया है। जिसमें सबसे नया नाम मार्क चैपमैन का जुड़ गया है, जिन्होंने पहले हांगकांग और अब न्यूज़ीलैंड का प्रतिनिधित्व किया। यहाँ हम इस सूची में शामिल सभी 6 खिलाड़ियों पर नजर डाल रहे हैं।
# 1 डर्क नैनस (2009: नीदरलैंड, 2009-10: ऑस्ट्रेलिया)
ऑस्ट्रेलिया के डच माता पिता की संतान डर्क नेनस ने टी 20 वर्ल्ड कप में नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों देशों का प्रतिनिधित्व किया। नेनस ने 2009 के विश्वकप के लिये ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह न मिलने के बाद नीदरलैंड की टीम के लिए खेलने का फैसला किया था। उन्होंने नीदरलैंड टीम के लिए दो मैचों की खेले, जिसमें लॉर्ड्स में मेजबानों पर नीदरलैंड की शानदार जीत शामिल थी। दो महीने बाद, उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चुना। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अगले साल वेस्टइंडीज में विश्वकप खेलने गया, जहां उन्होंने टूर्नामेंट को सर्वोच्च विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के रूप में समाप्त किया।
# 2 एड जॉयस (2006-07: इंग्लैंड, 2012-14: आयरलैंड)
आयरिश खिलाड़ी एड जॉयस 2005 में अपने निवास स्थान के आधार पर इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने के योग्य हो गए और मजबूत काउंटी प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए चुने गये। उन्होंने काफी एकदिवसीय मैच खेले और दो अंतराष्ट्रीय टी 20 में भी इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उनका कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं रहा। वे 2009 -10 के आसपास राष्ट्रीय टीम से बाहर थे और आयरलैंड लौट गए। उन्होंने अंतराष्ट्रीय टी 20 से संन्यास की घोषणा से पहले 2012-14 के दौरान आयरलैंड के लिए 16 अंतराष्ट्रीय टी 20 खेला। वह अभी भी आयरलैंड के लिए लंबे प्रारूप में खेलते हैं।
# 3 बॉयड रैकिन (2009-12, 2016: आयरलैंड, 2013: इंग्लैंड)
बॉयड रैनकिन एक आयरिश-जन्मे क्रिकेटर हैं, और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आयरलैंड और इंग्लैंड दोनों का प्रतिनिधित्व किया है। रैंकिन अपने अंडर13 के दिनों में आयरलैंड के लिए खेले हैं। उन्होंने 2007 में अपनी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत की और आयरिश टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गए। उनके प्रभावशाली काउंटी प्रदर्शन के कारण उन्हें इंग्लैंड लायंस टीम में नियमित रूप से चुना गया था। रैंकिन ने इंग्लैंड के लिए खेलने की इच्छा की घोषणा की और 2013 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेंटी -20 में इंग्लैंड की ओर से खेलने की शुरुआत की। उन्होंने उस वर्ष एशेज टूर में खेलना शुरू कर दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में ख़राब प्रदर्शन ने उन्हें राष्ट्रीय टीम से बाहर कर दिया। रैंकिन ने 2015 में आयरिश टीम में वापसी की घोषणा की और वर्तमान में आयरिश गेंदबाजी आक्रमण में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
# 4 ल्यूक रोंची (2009: ऑस्ट्रेलिया, 2013-17 न्यूज़ीलैंड)
ल्यूक रोंची का जन्म न्यूजीलैंड में हुआ था। वह अपने परिवार के साथ कम उम्र में आस्ट्रेलिया चले आये। रोंची जल्दी को उनकी तेज़ गति से रन बनाने की क्षमता के लिए जाना जाता है और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए मजबूत घरेलू प्रदर्शन था। उन्हें ब्रैड हैडिन के लिए चोट के चलते ऑस्ट्रेलिया टीम में बुलाया गया और 2009 में ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे विकल्प वाले विकेटकीपर बने। अगले कुछ सत्रों में, पेन और वेड जैसे युवा खिलाड़ियों को रोंची के ऊपर ज्यादा तरजीह दी जाने लगी। इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड लौटने का फैसला किया और अपने मजबूत घरेलू प्रदर्शन के दम पर उन्हें 2013 में राष्ट्रीय बुलावा प्राप्त हुआ। वे केप्लर वेसल्स के बाद से दो पूर्ण सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। ल्यूक रोंची 2017 में अपने संन्यास तक न्यूज़ीलैंड के लिए सीमित ओवर विकेट-कीपर थे।
# 5 रॉयल्फ़ वान डर मर्व (2009-10 दक्षिण अफ्रीका, 2015- नीदरलैंड)
रॉयल्फ़ वान डेर मर्व एक दक्षिण अफ्रीका के जन्मे खिलाड़ी है, जो वर्तमान में नीदरलैंड क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। वान डेर मर्व ने 2004 के अंडर 19 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व किया था उन्हें 2009 में राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया था और वह दो साल तक सीमित ओवरों में एक नियमित खिलाड़ी थे। उन्होंने 2009 और 2010 के टी -20 विश्व कप में भी दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व किया। अगले कुछ वर्षों में उन्हें कोई मौका नहीं मिला। वान डेर मर्व ने अपने पूर्वजों के आधार पर एक डच पासपोर्ट सुरक्षित रखा और उन्हें नीदरलैंड की टीम में तुरंत चुना गया। वह 2015 से नियमित रूप से उनके लिए खेल रहे हैं।
# 6 मार्क चैपमैन (2014-16: हांगकांग, 2018: न्यूजीलैंड)
मार्क चैपमैन का जन्म हांगकांग में, एक चीनी मां और एक किवी पिता के यहाँ हुआ था। चैपल 15 वर्ष की आयु में 2010 अंडर 19 विश्व कप में हांगकांग के लिए खेले। इसके बाद एसोसिएट टूर्नामेंट में हांगकांग का प्रतिनिधित्व करने के लिए गए। चैपल ने 2014 विश्व टी -20 में अपना पहला टी -20 खेला और उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ अपने पहले ही एकदिवसीय मैच में शतक बनाया। चैपमैन हांगकांग और न्यूजीलैंड की दोहरी नागरिकता रखते हैं। वह घरेलू क्रिकेट में ऑकलैंड टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं सुपर स्मैश टूर्नामेंट में मजबूत प्रदर्शन से उन्हें राष्ट्रीय टीम की ओर से बुलावा प्राप्त हुआ। चैपमैन ने फरवरी 2018 में वेस्टपैक स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ न्यूजीलैंड की ओर से पहला मैच खेला। लेखक: कृष्ण कुमार अनुवादक: राहुल पांडे