# 2 सुरेश रैना
फिटनेस की समस्या के कारण अंबाती रायुडू को वनडे सीरीज़ से हटा दिया गया था, और रैना को उनके प्रतिस्थापन के रूप में तैयार किया गया है। वह टी -20 सीरीज़ में मिलने वाले अवसरों को भुनाना चाहेंगे, जिससे वनडे में मध्य क्रम के लिए दावा पेश कर सकें। इस प्रकार, आने वाले विश्व कप में खेलने के लिए वो अपनी संभावनाएं मजबूत कर सकेंगे। भारत का मध्य क्रम दाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरा है, वनडे में उनकी जैसी क्षमता का एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ टीम में होना, जो बल्लेबजी के साथ ही गेंदबाज़ी और शानदार क्षेत्ररक्षण कर सके किसी भी टीम को मजबूती देती है। इंग्लैंड में उनका अच्छा रिकॉर्ड है, और यह बात उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगी। 2014 में आखिरी बार, जब उन्होंने वनडे के लिए इंग्लैंड का दौरा किया, तो उन्होंने टेस्ट में बुरी तरह हारने वाली भावनात्मक और मानसिक रूप से कमजोर भारतीय टीम में विश्वास उत्त्पन्न किया और उन्हें श्रृंखला में जीत दिलाई।