राहुल द्रविड़, 2004
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सचिन तेंदुलकर तो इस आरोप से बरी हो गए थे लेकिन टीम इंडिया की दीवार राहुल द्रविड़ पर ठीक 4 साल बाद 2004 में यही आरोप लगा और उन्हें दोषी भी पाया गया। ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ ब्रिसबेन में खेले गए वीबी सीरीज़ के वनडे मुक़ाबले में टीवी कैमरे पर द्रविड़ गेंद ज़्यादा चमकाने के लिए खांसी की गोली का इस्तेमाल करते हुए पाए गए थे। दरअसल, वह खांसी की गोली मुंह में चूस रहे थे और उसी दौरान गेंद मुंह में उंगली डालकर उससे वह गेंद भी चमका रहे थे जिसके बाद मैच रेफ़री क्लाइव लॉयड और तीसरे अंपायर पीटर पार्कर ने उन्हें आईसीसी कोड ऑफ़ कंडक्ट की धारा 2.10 का दोषी पाया था और उनपर 50 फ़ीसदी मैच फ़ी का जुर्माना लगा था।
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