पैसों के जरिए हमेशा ही सफलता हासिल हो जाए, ऐसा जरूरी नहीं है। इंडियन प्रीमीयर लीग अपने ग्लिट्ज, ग्लैमर, प्रतिस्पर्धात्मकता, बॉलीवुड-क्रिकेट के मिक्सचर और इसमें लगाए जाने वाले पैसा के लिए जाना जाता है। आईपीएल में फ्रैंचाइज़ी खिलाड़ियों पर जमकर पैसा खर्च करती है।
इस क्रिकेट लीग ने अपने दस सालों के इतिहास में कई खिलाड़ियों को करोड़पति बनते देखा है। आईपीएल की नीलामी प्रक्रिया हमेशा से आकर्षण का केंद्र रही है। इस नीलामी प्रक्रिया में कई खिलाड़ियों पर हुई धन वर्षा ने तो सुर्खियों भी बटोरी हैं। इस लीग में कई बार ऐसा भी देखा गया है कि स्थापित खिलाड़ी की तुलना में अनजान खिलाड़ियों पर भी आईपीएल फ्रैंचाइजियों ने जमकर पैसा बहाया हो।
हालांकि आईपीएल में होने वाली एक अनिश्चितता यह भी है कि किसी खिलाड़ी को भले कितनी ही महंगी रकम देकर क्यों न खरीद लिया जाए, ये रकम उस खिलाड़ी के प्रदर्शन की भविष्यवाणी नहीं कर सकती है। आईपीएल में काफी बार ऐसा देखा गया है कि कई खिलाड़ी तो अपने मूल्य को उचित ठहराने में कामयाब हो जाते हैं लेकिन कई खिलाड़ी खुद पर खर्च की गई रकम को सही साबित नहीं कर पाते हैं। हो सकता है कि इन खिलाड़ियों पर खर्च की गई रकम के चलते खिलाड़ियों पर काफी दबाव बन जाता है, जिसके कारण खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम हो जाते हैं।
आइए उन 5 खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं जो आईपीएल में खुद पर खर्च की गई रकम को सही साबित नहीं कर पाए।
#1 युवराज सिंह (दिल्ली डेयरडेविल्स) - 2015
आईपीएल के 2014 के सीजन में आरसीबी के लिए खेलते हुए युवराज सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद अगले संस्करण के लिए उन्हें आरसीबी ने अपनी टीम में शामिल नहीं किया। 2014 के सीजन में खेलते हुए युवराज सिंह ने 14 मैचों में 376 रन बनाए, जिसमें तीन अर्धशतक भी शामिल हैं।
इसके बाद 2015 के सीजन के लिए युवराज को दिल्ली डेयरडेविल्स ने शानदार बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया। इस सीजन की आईपीएल नीलामी में उन्हें 16 करोड़ रुपये की एक बड़ी रकम पर खरीदा गया था। इस बोली के चलते युवराज सिंह सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर भी सामने आए।
16 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद दिल्ली के लिए युवराज सिंह का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। युवराज सिंह ने दिल्ली के लिए इस सीजन में 14 मैच खेले और महज 248 रन ही स्कोर किए। इसके साथ ही उनकी औसत 19.07 की रही और उनका इस सीजन में उच्चतम स्कोर 57 रन रहा। इसके अलावा गेंदबाजी में भी युवराज सिंह कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और 14 मैचों में 8 की इकॉनमी रेट से महज 1 विकेट ही अपने नाम कर पाए।
साल 2014 के अपने प्रदर्शन को साल 2015 में दोहराने में युवराज सिंह नाकाम रहे। टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले युवराज सिंह के लिए ये अनुभव कभी न भुलने वाला रहा होगा। इसके साथ ही साल 2015 के सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स ने अंकतालिका में सातवें स्थान पर रहकर अपना सफर पूरा किया।