मोहम्मद हफीज-
मोहम्मद हफीज को पाकिस्तानी टीम में उनके साथी प्यार से 'प्रोफेसर' कहकर बुलाते हैं । चाहे ओपनिंग बल्लेबाजी हो या ऑफ ब्रेक गेंदबाजी या फिर टीम की कप्तानी मोहम्मद हफीज ने हर एक पोजिशन पर खुद को साबित किया है ।
डेब्यू करने के साथ ही मोहम्मद हफीज का करियर भी धूप-छांव भरा रहा। यही वजह रही कि वो पाकिस्तानी टीम से अंदर-बाहर होते रहे । मोहम्मज हफीज ने साल 2011 में 10 बार मैन ऑफ द् मैच का खिताब अपने नाम किया । ठीक उसी साल सनथ जयसूर्या और जैक कैलिस के बाद वनडे मैचों में एक कैलेंडर साल में 1000 रन और 30 विकेट लेने वाले वो तीसरे खिलाड़ी बने ।
2015 में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के कारण उन पर 12 महीने के लिए गेंदबाजी करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया । 36 साल की उम्र में अभी उनकी वापसी थोड़ी मुश्किल लगती है, लेकिन जिस तरह के वो खिलाड़ी रहे हैं उसे देखकर कुछ कहा भी नहीं जा सकता है ।
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