घरेलू क्रिकेट में ढेरो रन बनाने वाले दिनेश कार्तिक को भारतीय टीम में चुना गया, उन्होंने काफी प्रतिभा दर्शायी, राष्ट्रीय टीम में सफल हुए, फ़ैल हुए, टीम से बाहर किए गए। फिर प्रदर्शन रिपीट हुआ। दिनेश कार्तिक के साथ पिछले एक दशक में ऐसा ही होता आया है। भारतीय टीम में रन बनाने के बावजूद दिनेश कार्तिक अंतिम एकादश में जगह बनाने में नाकामयाब रहे। इसके बाद घरेलू क्रिकेट में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और चैंपियंस ट्रॉफी में उनका चयन किया गया। टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला और वेस्टइंडीज में भी उनके खेलने की उम्मीद कम है। अगर भारतीय टीम में कार्तिक को बरक़रार रखा जाता है तो उन्हें अपने आप को अभिव्यक्त करने का मौका जरुर मिलेगा। अगर उन्होंने रन बनाए तो 2019 विश्व कप में वो भारत के मध्यक्रम की जिम्मेदारी संभालते दिख सकते हैं। युवराज सिंह की जगह कार्तिक को लेना भारत की चिंता का थोड़े समय के लिए सलूशन हो सकता है। उम्मीद है कि चयनकर्ता और टीम प्रबंधन इस विकल्प पर शायद ही गौर करे और युवाओं पर ध्यान दें।