मनीष पांडे भारतीय वन-डे टीम के सदस्य हैं और उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें वन-डे में शतकीय पारी खेलकर अपनी उपयोगिता साबित की थी। कर्नाटक के बल्लेबाज ने वन-डे प्रारूप में बहुत प्रतिभा दर्शायी और वो चौथे या पांचवें क्रम की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में मनीष पांडे को मौका मिला था। दुर्भाग्यवश वो दोनों हाथों से मौके का लाभ लेने में नाकाम रहे और उनका अनिरंतर प्रदर्शन गिरता दिखा। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला, जिसकी वजह से युवराज की वापसी हुई। पांडे का आईपीएल में शानदार प्रदर्शन रहा और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में उनका चयन हुआ। किस्मत का साथ पांडे को नहीं मिल सका और वो आईपीएल के दौरान ही चोटिल हो गए। उनकी जगह दिनेश कार्तिक को भारतीय टीम में शामिल किया गया। फ़िलहाल पांडे रिहैब कर रहे हैं और श्रीलंका दौरे से पहले उनका फिट होना तय नजर आ रहा है। 2019 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ताओं को बोल्ड कॉल लेते हुए मनीष को ज्यादा मौके देना चाहिए। युवराज की जगह मनीष पर भरोसा जताना चयनकर्ताओं का समझदारी फैसला साबित हो सकता है।