यह देखना हैरान करने वाला रहा कि ऋषभ पंत को वेस्टइंडीज के खिलाफ वन-डे सीरीज में अब तक खेलने का मौका नहीं मिला। इससे ये सोचने पर जरुर मजबूर हो जाते हैं कि क्या वाकई भारतीय प्रबंधन 2019 विश्व कप के बारे में विचार कर रहा है जो कि दो वर्ष दूर है। युवा क्रिकेटर के लिए यह सीरीज अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए आदर्श होती। पंत को किसी परिचय की जरुरत नहीं है क्योंकि उन्होंने भारत के घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में लाजवाब प्रदर्शन किया। पंत को खेलने देने से धोनी को चौथे क्रम पर खेलने का मौका मिलता है। धोनी समय लेकर अपना खेल खेलने में विश्वास रखते हैं और पंत आते ही शॉट ज़माने का दम रखते हैं। भारतीय टीम प्रबंधन को बाएं हाथ के बल्लेबाज का ध्यान रखना होगा। भारत को अब भविष्य पर सोचना होगा और 2019 विश्व कप के लिए टीम का चयन करना होगा।