आईपीएल का 11वां सीजन शनिवार से शुरु हो रहा है लेकिन उससे पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स की फ्रेंचाइजी के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। तमिलनाडु के कई राजनीतिक समूहो ने चेन्नई में आईपीएल के मैचों के आयोजन का विरोध किया है। ये लोग चाहते हैं कि पहले पानी की समस्या को लेकर केंद्र सरकार कॉवेरी मैनेजमेंट बोर्ड का गठन करे। टीवीके के नेता पनरुती टी वेलमुरगन ने कहा कि ऐसे समय में जब तमिलियन्स भूख की आग में चल रहे हैं, हम चाहते हैं कि चेन्नई में आईपीएल के एक भी मैच ना हों। उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा तमिलों की अनदेखी कर रही है। सरकार ने तमिलों की जीविका और पहचान का ख्याल नहीं रखा है। उन्होंने कहा कि अगर बीसीसीआई यहां पर आईपीएल मैचों का आयोजन कराती है और तमिलनाडु की सरकार और पुलिस उसको सपोर्ट करती है तो वे सभी लोग जो किसानों द्वारा उगाए गए अन्न को खाते हैं टिकट लेकर स्टेडियम के अंदर जाकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। इसलिए तमिलनाडु सरकार और बीसीसीआई कुछ ऐसा ना करे जिससे हम ऐसा करने पर मजबूर हो जाएं। अगर हमारी मांगों को पूरी तरह से नहीं मांगा गया तो हम सड़क पर उतरेंगे।
गौरतलब है कॉवेरी जल मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी में फैसला सुनाया था कि कर्नाटक को ज्यादा पानी मिले। इस फैसले से तमिनलाडु के लोग काफी आक्रोशित हो गए थे। विपक्षी पार्टी डीएमके समेत सभी राजनैतिक दलों ने इसका विरोध किया था। दिग्गज अभिनेता कमल हसन ने भी इससे असहमति जताई थी। 5 अप्रैल को इसको लेकर बंद भी बुलाया गया था। इस मुद्दे पर कई राजनीतिक पार्टियों ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी मांग सामने रखी थी। जब केंद्र सरकार इसका हल निकालने के लिए कॉवेरी मैनेजमेंट बोर्ड बनाने में असफल रही तो सभी दलों ने विरोध-प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। केंद्र सरकार का कहना था कि कर्नाटक में चुनाव होने की वजह से वो अभी ऐसा नहीं कर सकती है और उसे 3 महीने का समय चाहिए।
इसके बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गया और अब आईपीएल मैचों के बॉयकाट की बात हो रही है। चेन्नई में आईपीएल का पहला मैच 10 अप्रैल को खेला जाएगा। जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स का मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स से होगा।