चेन्नई की तरह अहमदाबाद में भी भारतीय टीम (Indian Team) की तीसरे टेस्ट में जीत के बाद पिच की आलोचना करने वाले लोग आगे आए हैं। पूर्व भारतीय खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। प्रज्ञान ओझा ने कहा है कि तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिचों पर भी कई बार टेस्ट मैच 2 से 3 दिनों में खत्म हो जाता है, उन्हें अच्छा क्यों माना जाता है।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में प्रज्ञान ओझा ने कहा कि स्टुअर्ट ब्रॉड के 15 रन देकर 8 विकेट के बारे में बात करें, वह उस मैच में गेंदबाजी कर रहे थे। यह कैसा विकेट था? यदि टेस्ट 2 या 3 दिनों में सीम कन्डीशन की स्थिति में समाप्त हो जाता है जहां घास है वो बिल्कुल ठीक है। लेकिन जिस पल यह टर्न और उछलना शुरू हो जाता है, तब आप कहते हो कि यह पांच दिन का विकेट या टेस्ट मैच का विकेट नहीं है।
प्रज्ञान ओझा का पूरा बयान
टेस्ट मैच की परिभाषा है - आपको किसी भी सतह पर टेस्ट करना होगा। यह नहीं लिखा है कि आपको सीमिंग ट्रैक पर टेस्ट किया जाएगा, न कि उन ट्रैक पर, जो स्पिनरों की मदद कर रहे हैं। प्रज्ञान ओझा ने भारत की जीत के लिए स्पिनरों के प्रदर्शन को आधार मानते हुए कहा कि वे इंग्लैंड के स्पिनरों की तुलना में ज्यादा बेहतर थे।
गौरतलब है कि इंग्लिश बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के सामने टिक नहीं पाए और दोनों पारियों को मिलाकर भी 200 रनों का आंकड़ा प्राप्त करने में असफल रहे। अक्षर पटेल और आर अश्विन ने भारत के लिए बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए इंग्लिश बल्लेबाजी क्रम को पूरी तरह से पीछे धकेल दिया। टीम इंडिया ने सीरीज में भी 2-1 से बढ़त हासिल कर ली है। इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप से बाहर हो गई है।