पूर्व स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने एम एस धोनी को लेकर बयान दिया है। बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने एम एस धोनी को चतुर खिलाड़ी बताया है। प्रज्ञान ओझा का मानना है की धोनी नेट रन रेट को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी करते हैं और हारे हुए मैच को भी अंत तक खींच कर ले जाते हैं। प्रज्ञान ओझा ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में यह सब कहा।
आईपीएल एक बड़ा टूर्नामेंट है। जब दो या अधिक टीमों के बराबर अंक होते हैं तब अच्छे नेट रन रेट वाली टीम को वरीयता में आगे रखा जाता है। बाएं हाथ के पूर्व स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने नेट रन रेट को लेकर कहा, "आप जानते हैं कि यह नेट रन रेट आपको शुरुआत में प्रभावित नहीं करता है, लेकिन बाद के चरण में जब टीमों के बीच नजदीकी अंतर होता है तब आपको पता चलता है कि हम बेहतर नेट रनरेट के लिए शुरू में बहुत कुछ कर सकते थे।"
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प्रज्ञान ओझा ने एम एस धोनी को लेकर दिया बयान
34 वर्षीय प्रज्ञान ओझा ने एम एस धोनी को लेकर कहा, "आपने एम एस धोनी को यह कहते हुए सुना होगा कि जब आप हार रहे हैं और आपके लिए जीत बहुत मुश्किल है तब आपको मैच के करीब जाना चाहिए।"
सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 59 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली मैच के अंत तक बल्लेबाजी नहीं कर सके थे। इसको लेकर प्रज्ञान ओझा ने आगे कहा, “अगर मैं विराट कोहली होता तो मैं सिर्फ बल्लेबाजी करता। मैं उन जोखिम भरे शॉट्स को नहीं खेलता, क्योंकि मुझे पता है कि हम उस मैच से बाहर हैं। कगिसो रबाडा के तीन ओवर, रविचंद्रन अश्विन के दो ओवर बचे थे, और हर ओवर में 15 रन बनाना असंभव था। इसलिए मैं लक्ष्य के करीब पहुँचने की कोशिश करता।"