कर्नाटक की अंडर-19 टीम के खिलाड़ी प्रखर चतुर्वेदी (Prakhar Chaturvedi) ने कूच बिहार ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ 404 रनों की मैराथन पारी खेलने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी इस पारी के दौरान मुंबई वाले ये बोल रहे थे कि कहीं मैं उनकी टीम के टोटल से अकेले ही ज्यादा रन ना बना दूं और वैसा ही हुआ।
मुंबई और कर्नाटक के बीच कूच बिहार ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। इस मुकाबले में कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी ने बल्ले से कमाल करते हुए बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। प्रखर ने इस मैच में नाबाद 404 रनों की पारी खेली। यह कूच बिहार फाइनल में किसी भी बल्लेबाज द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी है। वह पहले बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने इस टूर्नामेंट के फाइनल में 400 रन बनाए हैं। प्रखर ने भारत के पूर्व दिग्गज युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने साल 2000 में 358 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली थी।
प्रखर चर्तुवेदी ने 46 चौके अपनी पारी में लगाए
इस मैच में मुंबई की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। मुंबई ने आयुष म्हात्रे के 145 रनों की शतकीय पारी के दम पर 380 रन पहली पारी में बनाए। कर्नाटक की ओर से तेज गेंदबाज हार्दिक राज ने 4 और राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ ने 2 विकेट अपने नाम किया। जवाब में प्रखर के 404 रनों की बदौलत कर्नाटक ने अपनी पहली पारी 890 रनों पर घोषित की। प्रखर ने अपनी पारी में 46 चौके और 3 छक्के लगाए। उन्होंने मैच के बाद क्रिकेट नेक्स्ट से बातचीत के दौरान कहा,
मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि इस तरह के मैच में परफॉर्म कर पाया। ये हमारे लिए काफी बड़ा गेम था और हर कोई इसे देखने आया था। 400 रन बनाना मेरे लिए काफी गर्व की बात है। मुंबई वाले यही बोल रहे थे कि हमारा स्कोर ना बीट कर दे।