मुम्बई के रहने वाले युवा बल्लेबाज़ प्रणव धनावड़े जिन्होंने एक पारी में नाबाद 1009 रन बनाकर सुर्खियां बटोरी थी, उन्हें शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
ABP के सहायक एडिटर ने वंडर किड के बारे में ट्वीट किया और बताया कि उन्हें मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया है क्योंकि उन्होंने अपने प्लेग्राउंड को हेलीपैड में बदले जाने का विरोध किया था। BJP नेता प्रकाश जावड़ेकर के मुम्बई यात्रा के कारण इस हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा था। विवाद यहाँ पर कल्याण सुभाष मैदान का हो रहा है, जिसके क्रीज़ के ऊपर ही हेलीपैड का निर्माण किया जाना है और इसे लेकर प्रणव जैसे कई खिलाडी निराश हैं। विरोध प्रदर्शन के पहले प्रणव से अधिकारियों से गुज़ारिश भी की थी कि हेलीपैड का स्थल आस-पास के दूसरे क्षेत्र में किया जाये, जिससे उनके खेलने में कोई दिक्कत न आएं। लेकिन ये गुज़ारिश अनसुनी कर दी गयी और जब इस युवा बल्लेबाज़ ने विरोध किया तो मुम्बई पुलिस ने उसे पीटा और गिरफ्तार किया। प्रणव के साथ उनके माता-पिता को भी गिरफ्तार किया गया जिन्होंने इस विरोध प्रदर्शन में प्रणव का साथ दिया था। इसी साल जनवरी में किसी गांधी सेकेंडरी स्कूल की ओर से खेलते हुए प्रणव से 327 गेंदों में 1009 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया था। ये कीर्तिमान उन्होंने 308.56 की स्ट्राइक रेट से मुम्बई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भंडारी कप इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में आर्य गुरुकुल के खिलाफ बनाया था। वहाँ पर उन्होंने 116 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोडा था। इसके फल-स्वरुप MCA ने उन्हें अगले पांच साल तक 10,000 महीने स्कॉलरशिप देने की घोषणा की थी। इस ऐतिहासिक आंकड़े के पहले की दो परियों में प्रणव धनावड़े 80 के स्कोर के करीब आउट हुए थे और उनके कोच मुबीन शेख ने उन्हें बताया कि मुम्बई अंडर-16 के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए उन्हें बड़ा आंकड़ा बनाना होगा। लेकिन फिर वेस्ट-जोन की ओर से अंडर-16 में उनके ना चुने जाने पर विवाद शुरू हो गया। विवाद का मुख्य केंद्र का 1000 रन बनानेवाले प्रणव धनावड़े की जगह सचिन तेंदुलकर के पुत्र अर्जुन तेंदुलकर का चुना जाना। सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर इसकी बड़ी आलोचना हुई और कहा गया कि सचिन के बेटे को जगह मिल गयी, लेकिन रिक्शेवाले के बेटे को जगह नहीं दी गयी।