भारत और इंग्लैंड के बीच मौजूदा टी20 सीरीज निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है और अभी तक दोनों टीमों ने एक-एक मैच जीता है। भारत और इंग्लैंड दोनों ने पहले दो मुकाबलों में काफी अच्छी क्रिकेट दिखाई है और अब बैंगलोर में होने वाले अंतिम मैच में भी रोमांच चरम पर पहुंचने की उम्मीद है। एम चिन्नास्वामी स्टेडियम फाइनल खेलने के लिए आदर्श स्थल है क्योंकि यहां का मैदान और पिच टी20 क्रिकेट के अनुरूप है। दोनों ही टीमों में बड़े स्ट्रोक लगाने वाले खिलाड़ी हैं और मैदान छोटा होने के कारण उन्हें लंबे शॉट लगाने में आसानी होगी। भारतीय टीम दूसरे टी20 में जेल से बाहर निकली जब जसप्रीत बुमराह और आशीष नेहरा की जोड़ी ने अंतिम ओवरों में रन ज्यादा खर्च नहीं करके मेजबान टीम के पक्ष में मैच मोड़ा। हालांकि, कुछ ऐसी चिंताए हैं जहां विराट कोहली और उनकी टीम को सुधार करने की जरुरत है। ओपनिंग स्लॉट #1 लोकेश राहुल कर्नाटक के बल्लेबाज ने आख़िरकार दूसरे टी20 में मैच विजयी 71 रन की पारी खेलकर अपना खोया फॉर्म हासिल किया। राहुल ने पहले अपनी पारी एंकर की और फिर गेंदबाजों पर पूरी तरह हावी हो गए। राहुल की पारी की मदद से भारतीय टीम प्रतिस्पर्धी टोटल स्कोर बना सकी। राहुल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की प्रतिभा और सुधार करने की क्षमता है। उनकी यह पारी बिलकुल सही समय पर आई। आप कह सकते हैं कि राहुल का करियर थोड़े टाइम पर होल्ड होने से बाख गया। उम्मीद है कि फाइनल मैच में भी राहुल के बल्ले से रन आएंगे जो टीम इंडिया की जीत में काम आएंगे। #2 विराट कोहली भारतीय कप्तान ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में ओपनर की नई भूमिका निभाना शुरू की है। कोहली ने ओपनिंग में आकर बड़ी पारी तो नहीं खेली, लेकिन उन्होंने दो मुकाबलों में आसानी से इंग्लिश गेंदबाजों का सामना किया। हालांकि, अब वह चिन्नास्वामी पर लौट आए हैं, एक मैदान जिसे वह आईपीएल के दौरान अपना बना चुके हैं और क्रिकेट फैंस को उम्मीद होगी कि अपने दूसरे घर में विराट कोहली की विशेष पारी देखने को मिलेगी। कोहली पहले दो मैचों में शुरुआत से आक्रमक मोड में नजर आए हैं। मगर इससे उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। इसलिए अब यह देखना रोमांचक होगा कि तीसरे टी20 में वह किस सोच के साथ क्रीज संभालते हैं। मिडिल ऑर्डर सुरेश रैना टी20 प्रारूप में खब्बू बल्लेबाज की वापसी ने कई सवाल खड़े किये थे, लेकिन अनुभवी बल्लेबाज ने पहले दो मैचों में अपनी क्षमता की झलकियाँ दिखाई हैं। वह अपनी पसंदीदा क्रम पर बल्लेबाजी करने उतर रहे हैं और उन्होंने दर्शाया है कि वह अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। हालांकि, तीसरे क्रम पर कोहली जैसे रैना ने यादगार पारी नहीं खेली, लेकिन उनका अनुभव तीसरे मैच के समान अहम मौकों पर टीम के काम आएगा। रैना ने विराट कोहली को ऑफ़स्पिनर का एक विकल्प भी मुहैया करा रखा है और वह अभी भी एक चुस्त फील्डर हैं। इन सभी खूबियों को देखते हुए रैना टीम में शामिल होने का हक रखते हैं। #4 युवराज सिंह अनुभवी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वन-डे में दमदार पारी खेलकर लोगों की पुराने समय की यादें ताजा कर दी और फ़िलहाल वह अच्छे टच में नजर आ रहे हैं। हालांकि टी20 सीरीज में वह सफल नहीं रहे हैं और अब निर्णायक मैच उनके लिए अपनी उपयोगिता दर्शाने में सबसे अहम साबित हो सकता है। युवराज महत्वपूर्ण चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं और उनके इर्दगिर्द बल्लेबाजी इकाई निर्भर है। चिन्नास्वामी का मैदान बड़ा नहीं है। ऐसे में युवी से बड़े-बड़े छक्कों और बड़ी पारी की उम्मीद होगी। #5 एम एस धोनी विकेटकीपर बल्लेबाज को अपने आप को पिच पर अभिव्यक्त करने का ज्यादा मौका नहीं मिला है और अगर ईमानदारी से कहा जाए तो उन्होंने अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन भी नहीं किया है। उन्हें लंबे शॉट लगाने के लिए थोड़े समय की जरुरत है और छोटे प्रारूप में ऐसी उम्मीद करना मुश्किल है कि उन्हें ज्यादा समय मिले। धोनी को अच्छे शॉट्स खेलने की जरुरत है और विश्व के बेस्ट फिनिशर माने जाने वाले धोनी को आखिरी मैच में विरोधी टीम को अपनी काबिलियत से परिचय कराने की जरुरत है। विराट कोहली के लिए कप्तान के रूप में धोनी काफी महत्वपूर्ण हैं और क्रिकेट फैंस चाहेंगे कि कप्तानी में माहिर रहे रांची के बल्लेबाज अब बल्ले से अपना जौहर दिखाए। #6 मनीष पांडे कर्नाटक के बल्लेबाज को टीम इंडिया में नई भूमिका दी गई है और अब ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें अब फिनिशर का तमगा मिल गया है। नागपुर में बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर पांडे ने 30 रन की सूझबूझ भरी पारी खेली और भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। मनीष अब उस मैदान पर पहुंच रहे हैं जहां की परिस्थितियों से वह अच्छी तरह वाकिफ है और उम्मीद है कि उनकी बल्लेबाजी से भारतीय टीम को फायदा मिलेगा। स्पिनर्स #7 अमित मिश्रा चिन्नास्वामी की पाटा विकेट पर अमित मिश्रा भारतीय टीम के ट्रम्प कार्ड साबित हो सकते हैं। उनकी लेग स्पिन इंग्लिश बल्लेबाजों को छकाने में कारगर साबित हो सकती है और हम उम्मीद कर सकते हैं कि मिश्रा अहम मौके पर भारत को विकेट लेकर सफलता दिला सकते हैं। मैदान की बाउंड्री छोटी होने के कारण बल्लेबाज मिश्रा पर प्रहार करने जरुर जा सकते हैं और लेग स्पिनर के पास काफी मिश्रण मौजूद है कि वह ऐसे में विकेट निकाल सकते हैं। मिश्रा ने दूसरे टी20 में अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन बैंगलोर में परिस्थितियां बिलकुल विपरीत होंगी और तब मिश्रा को अपने अनुभव का फायदा उठाना होगा। #8 युजवेंद्र चहल विराट कोहली को युवा चहल पर काफी भरोसा है और हरियाणा के लेग स्पिनर ने पहले दो मैचों में अपने कप्तान को निराश भी नहीं किया है। चहल आमतौर पर नई गेंद से गेंदबाजी करते हैं और उपरीक्रम के विकेट निकालते हैं। चहल अपनी आईपीएल की टीम आरसीबी के होमग्राउंड पर लौटे हैं जहां उन्होंने काफी सफलता हासिल की है और इससे उन्हें विश्वास जरुर मिलेगा। चहल का मानना है कि गेंद को हवा में रखकर बल्लेबाज से गलती कराई जाए तथा गति व फ्लाइट में मिश्रण करके बल्लेबाज को मुसीबत में डाला जाए। तेज गेंदबाज #9 भुवनेश्वर कुमार तेज गेंदबाज को हार्दिक पांड्या की जगह अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है क्योंकि भारतीय टीम बल्लेबाजों के लिए मददगार पिच पर अतिरिक्त तेज गेंदबाज को आजमाना चाहेगी। कुमार ने नई गेंद के साथ कमाल करने के कई प्रमाण पहले दे चुके हैं और अंत में वह बेहतरीन यॉर्कर्स का इस्तेमाल भी करते हैं। कोहली उन्हें टीम में जरुर रखना चाहेंगे विशेषकर बैंगलोर की परिस्थितियों को जानते हुए और विरोधी बल्लेबाजों की क्षमता को पहचानते हुए। #10 जसप्रीत बुमराह गुजरात के युवा गेंदबाज पिछले कुछ समय में भारतीय क्रिकेट टीम की खोज मानी जा रही है। उन्होंने अकेले के दम पर अंतिम ओवरों की चिंता को दूर किया है। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में बुमराह ने अंतिम ओवर में 8 रन की रक्षा करके अपनी क्षमता से सभी को एक बार फिर अवगत कराया। बुमराह अच्छी यॉर्क गेंद डालते हैं और वह मिश्रण करके बल्लेबाज को हर समय सोचने पर मजबूर रखते हैं। उनकी गेंदों को खेलना बल्लेबाज के लिए मुश्किल काम हो जाता है। #11 आशीष नेहरा यह सत्र कई अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी के लिए याद रखा जाएगा। आशीष नेहरा भी उन्ही में से एक कहानी है और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने एटीट्यूड से इसे सही भी साबित किया है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में प्रभावी नहीं रहे नेहरा ने नागपुर में गजब की वापसी करते हुए शानदार स्पेल किया और इंग्लिश ओपनरों सैम बिलिंग्स व जेसन रॉय को लगातार दो गेंदों पर आउट करके भारत के लिए मंच तैयार किया। उन्होंने अंतिम ओवरों में फिर गेंदबाजी की और बेन स्टोक्स का महत्वपूर्ण विकेट चटकाया। इसके साथ ही आशीष नेहरा अपने अनुभव का ज्ञान युवा जसप्रीत बुमराह को दे रहे हैं जो भारतीय टीम के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है।