विकेटकीपर बल्लेबाज को अपने आप को पिच पर अभिव्यक्त करने का ज्यादा मौका नहीं मिला है और अगर ईमानदारी से कहा जाए तो उन्होंने अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन भी नहीं किया है। उन्हें लंबे शॉट लगाने के लिए थोड़े समय की जरुरत है और छोटे प्रारूप में ऐसी उम्मीद करना मुश्किल है कि उन्हें ज्यादा समय मिले। धोनी को अच्छे शॉट्स खेलने की जरुरत है और विश्व के बेस्ट फिनिशर माने जाने वाले धोनी को आखिरी मैच में विरोधी टीम को अपनी काबिलियत से परिचय कराने की जरुरत है। विराट कोहली के लिए कप्तान के रूप में धोनी काफी महत्वपूर्ण हैं और क्रिकेट फैंस चाहेंगे कि कप्तानी में माहिर रहे रांची के बल्लेबाज अब बल्ले से अपना जौहर दिखाए।