श्रीलंका, भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला के पहले मैच में मेज़बान श्रीलंका के हाथों 5 विकेट से हारने के बाद, टीम इंडिया आज अपने दूसरे मुक़ाबले में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मैदान में उतरेगी। भारत के लिए आज शाम 7 बजे से कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में होने वाला मुक़ाबला अहम हो गया है। हालांकि बांग्लादेश के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए टीम इंडिया के लिए ये चुनौती ज़्यादा कठिन नहीं दिखाई देती।
आंकड़ों की बाज़ीगरी में टीम इंडिया है बादशाह
बांग्लादेश के ख़िलाफ़ भारतीय क्रिकेट टीम ने क्रिकेट के इस सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में हमेशा ही कमाल का प्रदर्शन किया है। अब तक टीम इंडिया और बांग्लादेश के बीच 5 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेले गए हैं, और सभी पांच मैचों में जीत का सेहरा टीम इंडिया के सिर ही बंधा है। भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 अंतर्राष्ट्रीय में पिछली भिड़ंत तो न भारतीय फ़ैंस भूल सकते हैं और न ही बांग्लादेशी फ़ैंस की वह हार की टीस कभी कम हो पाएगी। भारत और बांग्लादेश 2016 वर्ल्ड टी20 में आख़िरी बार किसी टी20 मुक़ाबले में भिड़े थे, जहां बांग्लादेश को जीत के लिए 3 गेंदों पर 2 रन की दरकार थी। वे टीम इंडिया को टूर्नामेंट के बाहर करने के बेहद क़रीब आ गए थे, पर हारी बाज़ी कैसे जीती जाती है उसका उदाहरण महेंद्र सिंह धोनी ने करिश्माई रन आउट के ज़रिए देते हुए बांग्लादेश के मुंह से जीत छीन ली थी। बांग्लादेश की नज़र उस मुक़ाबले का बदला लेने पर ज़रूर होगी लेकिन पिछले 10 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में से सिर्फ़ एक में जीत दर्ज करने वाली इस टीम के हौसले काफ़ी पस्त हैं।
रोहित के ‘रन’वीरों के साथ गेंदबाज़ों को भी कसनी होगी कमर
विराट कोहली और एम एस धोनी समेत कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम देने के बाद नई टीम इंडिया की ज़िम्मेदारी रोहित शर्मा के कंधों पर है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले मैच में रोहित पर इसका दबाव भी दिखा जब बिना खाता खोले वह पैवेलियन लौट गए थे और फिर कप्तानी करते हुए भी उन्हें विकेट के पीछे से धोनी की सलाह की कमी साफ़ खल रही थी। हालांकि इस टीम में बल्लेबाज़ों की अच्छी फ़ौज मौजूद है और शिखर धवन तो लगातार धमाल मचा भी रहे हैं। लेकिन जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की ग़ैरमौजूदगी नई गेंद से टीम इंडिया को ज़रूर परेशान कर रही है। शार्दुल ठाकुर और जयदेव उनादकट में प्रतिभा तो है लेकिन बड़े मंच पर उसे दिखाने में वह अब तक नाकाम रहे हैं। शार्दुल पर इसका असर साफ़ दिखा जब उन्होंने एक ओवर में रिकॉर्ड 27 रन लुटा दिए थे। तीसरे तेज़ गेंदबाज़ के विकल्प के तौर पर मोहम्मद सिराज भी बाहर अपने मौक़े के इंतज़ार में बैठे हैं।
पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज
कोलंबो की इस पिच पर पहले मैच में जिस तरह की तस्वीर नज़र आई थी, आज भी उसमें ज़्यादा बदलाव की उम्मीदें नहीं हैं। यानी पिच धीमी ही रहेगी और बल्लेबाज़ों को इसका फ़ायदा मिल सकता है लेकिन इसके लिए नज़रें जमाना और वक़्त बिताना भी ज़रूरी होगा। ओस की वजह से स्पिनरों को एक बार फिर थोड़ी दिक़्क़त आ सकती है लेकिन पिच पर मौजूद मदद इस परेशानी कम करेगी। उम्मीद बारिश की भी जताई जा रही है, दोपहर तक इसकी संभावना है यानी मैच में इसका ख़लल पड़े, ऐसी उम्मीद कम ही है। टॉस जीतने वाले कप्तान एक बार फिर गेंदबाज़ी करना ही पसंद करेंगे।
क्या होगा टीम का कॉम्बिनेशन ?
बांग्लादेश को ये सवाल ज़्यादा सता रहा है, क्योंकि उनके स्टार ऑलराउंडर शाक़िब अल हसन इस सीरीज़ में भी टीम का हिस्सा नहीं हैं। जिसका ख़ामियाज़ा उन्हें हाल के दिनों में लगातार उठाना पड़ रहा है, इसके अलावा नंबर-3 पर चली आ रही समस्या का हल अब तक नहीं निकल पाया है। अनुभवी मुश्फ़िकुर रहीम, तमीम इक्बाल और कप्तान महमूदुल्लाह के इर्द गिर्द जहां बल्लेबाज़ी की ज़िम्मेदारी रहेगी वहीं मुस्तफ़िज़ुर रहमान और तस्कीन अहमद गेंदबाज़ों का नेतृत्व करेंगे। दूसरी तरफ़ टीम इंडिया भले ही श्रीलंका से हार गई हो लेकिन टीम में कुछ ख़ास बदलाव की संभावनाएं बेहद कम हैं। जिसका मतलब हुआ कि केएल राहुल और अक्षर पटेल को अभी बेंच पर ही बैठना पड़ सकता है। जो एक बदलाव शायद संभव है वह है शार्दुल ठाकुर की जगह बाहर बैठे युवा तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज को प्लेइंग-XI में शामिल करना। शार्दुल ने एक ओवर में 27 रन ख़र्च किए थे, हालांकि उसके बाद उन्होंने वापसी ज़रूर की थी, पर हो सकता है कि उन्हें इसका ख़ामियाज़ा अंतिम-XI से बाहर होकर चुकाना पड़े। भारत संभावित-XI: रोहित शर्मा, शिखर धवन, सुरेश रैना, मनीष पांडे, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर, वाशिंगटन सुंदर, युज़वेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज और जयदेव उनादकट बांग्लादेश संभावित-XI: तमीम इक्बाल, सौम्य सरकार, मुशफ़िकुर रहीम, महमूदुल्लाह, लिटन दास, आरिफुल हक़, नुरुल हसन, मेहदी हसन मिराज़, नज़मुल होसैन, तस्कीन अहमद और मुस्तफ़िज़ुर रहमान