Ranji Trophy 2022-23 के पांचवें राउंड की शुरुआत 10 जनवरी से हुई। भारतीय टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने पहले दिन असम के खिलाफ नाबाद दोहरा शतक जड़ा था और आज उन्होंने तिहरा शतक भी जड़ने में कामयाबी हासिल की। हालाँकि, शॉ 400 के आंकड़े को नहीं छू पाए लेकिन उन्होंने 379 रनों की बेहतरीन पारी खेली और एक बड़ी उपलब्धि भी अपने नाम की। उन्होंने रणजी ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया और अपनी घरेलू टीम मुंबई के लिए सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड भी बनाया।
पहले दिन 240 रन पर नाबाद रहने वाले शॉ की पारी 379 के व्यक्तिगत स्कोर पर समाप्त हुई। अपनी पारी में उन्होंने 383 गेंदों का सामना किया और इस दौरान 49 चौके और चार छक्के भी लगाए। अपनी पारी से शॉ ने संजय मांजरेकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया जिनके नाम रणजी ट्रॉफी का दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर दर्ज था। मांजरेकर ने 1990-91 के रणजी सीजन में हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाये थे।
इसके अलावा शॉ रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी भी बने।
रणजी ट्रॉफी के सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ने से चूके
पृथ्वी शॉ ने दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया लेकिन वह बीबी निम्बालकर के रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में उनके नाम सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड दर्ज है, जिन्होंने 1948-49 में महाराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए काठियावाड़ के खिलाफ नाबाद 443 रनों की मैराथन पारी खेली थी। अपनी पारी में उन्होंने 49 चौके और एक छक्का लगाया था। उनकी पारी की मदद से महराष्ट्र ने 826/4 का विशाल स्कोर बनाया था और जीत भी दर्ज की थी।
खबर लिखे जाने तक, मुंबई ने अपनी पारी 4 विकेट खोकर 687 के स्कोर पर घोषित कर दी थी। अजिंक्य रहाणे दोहरे शतक से चूक गए और उनकी पारी 191 रनों पर समाप्त हुई।