रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन के लिए मुंबई की कमान युवा पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के कंधो पर हैं। टीम में अनुभवी अजिंक्य रहाणे की मौजूदगी के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा दिखाया और यह सही भी साबित हुआ। मुंबई की टीम लीग स्टेज में अच्छा करने के बाद नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। इस टीम ने आखिरी बार 2015-16 के सीजन में ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था और तब से टीम को खिताबी जीत का इन्तजार है। पृथ्वी शॉ ने लीग चरण की समाप्ति के बाद मुंबई के अगले चरण में जाने और खुद की बल्लेबाजी को लेकर कुछ अहम बातों का जिक्र किया।
मुंबई की टीम ग्रुप डी में थी और टीम ने लीग चरण के तीन मैचों में दो में जीत हासिल की और एक मुकाबला ड्रॉ रहा। आखिरी लीग मैच में ओडिसा को मात देते हुए मुंबई ने अगले चरण में अपनी जगह पक्की कर ली है।
द हिन्दू के साथ खास बातचीत में पृथ्वी शॉ ने नॉकआउट चरण में जाने को लेकर कहा,
यह काफी मायने रखता है। हमारे पास लीग स्टेज में तीन ही मैच थे, इसलिए हम नॉकआउट के बारे में ज्यादा नहीं सोच सकते थे। हम निश्चित रूप से नॉकआउट में क्वालीफाई करने के लिए खेल रहे थे लेकिन हर बहुत ज्यादा इस बारे में नहीं सोच रहे थे। मैंने सभी को वर्तमान में रहकर प्रत्येक सत्र का लुत्फ़ उठाने को कहा।
खुद के प्रदर्शन से खुश नहीं हूँ - पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ के लिए लीग चरण कुछ खास नहीं रहा और उनके बल्ले से महज एक अर्धशतक आया। अपनी बल्लेबाजी प्रदर्शन पर निराशा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा,
अपने प्रदर्शन से वास्तव में खुश नहीं हूं, इसे और बेहतर करना चाहिए था। आप जानते हैं कि 40 और 50 का का स्कोर क्रिकेट में कुछ भी नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि यह ठीक है। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और महसूस कर रहा हूं कि जल्द ही बड़ी पारी खेलूंगा।