रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के बारे में कहा था कि जब वह रन बनाते हैं, तो ट्रेनिंग भी काफी करते हैं और जब रन नहीं आते, तो वह अभ्यास नहीं करते हैं। दिल्ली कैपिटल्स के कोच के रूप में पोंटिंग ने पृथ्वी शॉ में यह देखा। इसको लेकर पृथ्वी शॉ ने भी एक बयान दिया है और पूरा घटनाक्रम भी बताया है।
क्रिकबज से बातचीत में पृथ्वी शॉ ने कहा कि यह पिछले साल हुआ था जब मैं बड़े रन बना रहा था, मैं बल्लेबाजी करना चाहता था लेकिन फिर कुछ ऐसे मैच आए, जहां मुझे रन नहीं मिले। मैंने प्रशिक्षण जारी रखा लेकिन परिणाम नहीं मिला। तो एक पॉइंट से आगे मैं तंग आ गया और कहा कि अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो मैं थोड़ी देर ट्रेनिंग बंद कर दूंगा।
पृथ्वी शॉ का पूरा बयान
शॉ ने कहा कि मैंने सब कुछ बंद कर कुछ समय के लिए क्रिकेट की बैक सीट पर चला गया। मैं दो घंटे नेट्स में बैटिंग करता था लेकिन रन नहीं बनते थे। इसके बाद मैंने कुछ समय के लिए इसे बंद कर दिया और रिकी सर इसके बारे में ही बात कर रहे थे।
गौरतलब है कि आईपीएल के इस सीजन में पृथ्वी शॉ का बल्ला शानदार चला था। दिल्ली कैपिटल्स के लिए उन्होंने कुल 8 मुकाबलों में 308 रन बनाए। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 82 रन था। तीन अर्धशतकीय पारियां पृथ्वी शॉ के बल्ले से निकली। इससे पहले भी विजय हजारे ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ की फॉर्म काफी शानदार रही थी।
हालांकि बेहतरीन खेल का फल शॉ को नहीं मिला। वह इंग्लैंड जाने वाली भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। टीम इंडिया इंग्लैंड में सबसे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच खेलेगी। शुभमन गिल इस टीम का हिस्सा जरुर हैं।