भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई एकदिवसीय सीरीज में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। तीन वनडे मैचों की सीरीज का आगाज तो भारत ने जीत के साथ किया लेकिन अगले दो मैचों में भारत को हार मिली। इस हार के साथ ही भारतीय टीम के सामने कई परेशानियां भी खड़ी हुई हैं। अगले साल 2019 में भारत को इंग्लैंड में ही विश्व कप खेलना है। ऐसे में भारत को मौजूदा परेशानियों को दूर करना ही होगा ताकि विश्व कप में पछताना न पड़े। आइए जानते हैं उन पांच दिक्कतों के बारे में जिसका हल भारतीय टीम को विश्व कप 2019 से पहले करना होगा: #1 नंबर 4 पर माथापच्ची बल्लेबाजी क्रम में भारतीय टीम के लिए नंबर चार अभी तक परेशानी का सबब बना हुआ है। वनडे टीम में भारतीय टीम अभी तक नंबर 4 के लायक किसी खिलाड़ी का चयन नहीं कर पाया है। ऐसे में भारत को इस नंबर पर काफी मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। विश्व कप 2015 के बाद से भारतीय टीम इस नंबर पर 10 बल्लेबाजों को उतार चुकी है। हाल ही में हुई इंग्लैंड सीरीज में केएल राहुल को नंबर चार पर उतारा गया। इस सीरीज में उन्होंने दो पारियों में बल्लेबाजी की। पहले मुकाबले में वो नौ रन बनाकर नाबाद रहे तो वहीं दूसरे मैच में वो 0 पर आउट हो गए। तीसरे मैच में दिनेश कार्तिक को नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया और उन्होंने 21 रनों की पारी खेली। इससे पहले सदक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस साल खेली गई सीरीज में नंबर चार पर अजिंक्य रहाणे को उतारा गया था। इस सीरीज में उन्होंने 35 की औसत से 140 रन बनाये। #2 टॉप थ्री पर अतिविश्वास भारतीय क्रिकेट टीम में टॉप तीन खिलाड़ी रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली भारत के लिए अगर शानदार खेल दिखाते हैं तो टीम की जीत निश्चित ही मानी जाती है। लेकिन तब क्या होगा जब तीनों ही बल्लेबाज नाकाम हो जाएं ? जब ये शुरुआती तीनों बल्लेबाज सस्ते में आउट हो जाते हैं तो भारतीय टीम में मध्यक्रम के लिए स्थिति को संभाल पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इंग्लैंड के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज के आखिरी दो मुकाबले में शुरुआत तीनों बल्लेबाज रन स्कोर नहीं कर पाए थे। नतीजतन भारत का मध्यक्रम भी एकदम धराशायी हो गया था। विश्व कप 2015 के बाद से भारत एक ऐसा मुकाबला नहीं जीत पाया है जिसमें टॉप थ्री बल्लेबाजों में से किसी ने अर्धशतक नहीं लगाया हो। ऐसे में विश्व कप 2019 से पहले भारत को इस परेशानी की ओर भी ध्यान देना चाहिए। #3 रिजर्व पेसर भारतीय क्रिकेट टीम में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार वर्तमान में टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी की जान है लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बुमराह चोटिल होकर सीरीज से ही बाहर हो तो वहीं भुवी पीठ की समस्या से जूझते रहे। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ टीम में सिद्धार्थ कौल और उमेश यादव को जगह देनी पड़ी, जो कि बिल्कुल नाकाम साबित हुए। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत स्पिन आक्रमण पर ही ज्यादा निर्भर दिखाई दिया। लेकिन स्पिनर हमेशा ही टीम की जीत की कहानी लिखें, ऐसा जरूरी नहीं। ऐसे में भारतीय टीम को भुवी और बुमराह से दबाव कम कर उन्हें ठीक होकर वापसी करने का पूरा वक्त देना चाहिए, ताकि विश्व कप 2019 में भारत की तेज गेंदबाजी विराधियों पर कहर बरपा सके। #4 बैकअप गेंदबाज कौन ? टीम इंडिया को हार्दिक पांड्या के रूप में एक शानदार ऑलराउंडर मिला है। पांड्या गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखा सकते हैं। गेंदबाजी में पांड्या विकेट भी लेने में कामयाब रहते हैं लेकिन फिलहाल पांड्या आउट ऑफ फॉर्म हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि भारत के पास एक अतिरिक्त गेंदबाज के तौर पर बैकअप कौन है? फिलहाल टीम इंडिया के पास केदार जाधव और सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो अतिरिक्त गेंदबाज के तौर पर भी टीम में शामिल किए जाते हैं। #5 फिनिशर कौन ? इसमें कोई शक नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर के तौर पर जाने जाते हैं लेकिन बढ़ती उम्र के साथ हर चीजें एक जैसी नहीं रहती है। ऐसे में फिनिशर के तौर पर हार्दिक पांड्या एक विकल्प के तौर पर देखे जाते हैं लेकिन फिलहाल वह आउट ऑफ फॉर्म हैं। ऐसे में उनपर भी निर्भर नहीं रहा जा सकता है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरीज में खेलने वाले बाकि खिलाड़ियों पर नजर दौड़ाई जाए तो सुरेश रैना इस सीरीज में कमाल नहीं दिखा पाए थे लेकिन वहीं दिनेश कार्तिक ने निदाहस ट्रॉफी और आईपीएल में फिनिशर की भूमिका अदा की है। हालांकि दिनेश कार्तिक को ज्यादा मौके नहीं मिल पाए हैं। फिनिशर के लिए भारत के पास श्रेयस अय्यर और केदार जाधव का नाम भी सामने आता है। लेकिन कौन बेस्ट फिनिशर के तौर पर टीम में शामिल किया जा सकता है, इसको लेकर भी भारतीय टीम को गहन चिंतन करने की आवश्यकता है। लेखक: साहिल जैन अनुवादक: हिमांशु कोठारी