पाकिस्तान सुपर लीग (Pakistan Super League) के सातवें संस्करण का भारत के टी20 टूर्नामेंट आईपीएल (IPL) से टकराव रोकने के लिए कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। पीसीबी (PCB) ने लीग में शामिल छह फ्रेंचाइजी से सलाह मशविरा करने के बाद यह घोषणा की। टूर्नामेंट जनवरी के शुरुआती हफ्तों में शुरू होने वाला है और फरवरी के तीसरे सप्ताह तक चलेगा।
ऑस्ट्रेलिया के टूर्नामेंट बिग बैश लीग की तारीखों के साथ इसका टकराव होगा लेकिन इसके बावजूद पीसीबी ने पीएसएल में बदलाव करना उचित समझा। पाकिस्तान सुपर लीग 2022 में लाहौर और कराची 17 मैचों की मेजबानी कर सकते हैं। पीसीबी के पास अन्य कोई विकल्प भी नहीं है, ऐसे में टूर्नामेंट को आगे करने का निर्णय लिया गया। आईपीएल बड़ा टूर्नामेंट है और इसकी तारीखों में टकराव होने से खिलाड़ी आईपीएल को प्राथमिकता देंगे।
2016 से फरवरी-मार्च में पीएसएल की नियमित विंडो रही है लेकिन पाकिस्तानी टीम 2022 में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करने की उम्मीद कर रही है और इसने पीसीबी को विकल्पों पर काम करने के लिए प्रेरित किया। इसे अप्रैल-मई में ले जाना निश्चित रूप से उन्हें प्रभावित करता है क्योंकि आईपीएल उसी विंडो में आयोजित किया जाता है और कुछ प्रसारण मुद्दे भी होते हैं। आईपीएल के पीएसएल से भिड़ने पर विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता भी प्रभावित होगी।
हालांकि जनवरी और फरवरी के महीनों में पीसीबी को मौसम के मुद्दों को भी देखना होगा लेकिन फिर भी उन्होंने आयोजन मैनेज करने का निर्णय लिया है। जनवरी में काफी ठण्ड रहती है और रात में मैचों का आयोजन मुश्किल होता है। ओस और कोहरे की भूमिका भी होती है। ऐसे में जनवरी में पीएसएल का आयोजन आसान नहीं कहा जा सकता।
पिछले दो सालों से पाकिस्तान सुपर लीग को कोरोना वायरस से प्रभावित होते हुए भी देखा गया है। ऐसे में इस बार भी टूर्नामेंट का आयोजन काफी सतर्कता के साथ करना होगा। हालांकि यूएई एक विकल्प है जहाँ जनवरी में सर्दी कम रहती है लेकिन इससे पाकिस्तान में आयोजन एक बार फिर से टल जाएगा और पीसीबी की कोशिश क्रिकेट को पूरी तरह से एक बार फिर से पाकिस्तान में पूरी तरह से स्थापित करना है।