विशाखापट्टनम में अंडर-19 टीमों के बीच खेली गई चतुष्कोणीय सीरीज के फाइनल में भारत ए ने जीत दर्ज की। उन्होंने फाइनल मुकाबले में भारत बी को 7 विकेट से हराया। पहले खेलते हुए भारत बी ने निर्धारित 20 ओवरों में 129/7 का स्कोर बनाया, जवाब में भारत ए ने 18.3 ओवर में ही 130/3 का स्कोर बनाते हुए मुकाबला अपने नाम किया।
इस सीरीज में कुल चार टीमें शामिल थी। भारत की ए और बी के रूप में दो टीम थी। वहीं अन्य दो टीमों में वेस्टइंडीज और श्रीलंका शामिल थे। सभी टीमों को तीन-तीन मुकाबले खेलने थे और टॉप 2 टीमों का फाइनल में जाना निर्धारित था। भारत बी ने अपने सभी मुकाबले जीते थे और वह अंक तालिका में टॉप पर थे। वहीं भारत ए ने दो जीत के साथ दूसरा स्थान, श्रीलंका ने एक जीत के साथ तीसरा स्थान हासिल किया था। वेस्टइंडीज की टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई।
श्वेता सहरावत ने भारत के लिए खेली मैच जिताऊ पारी
मुकाबले में भारत ए ने टॉस जीतकर भारत बी को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। भारत बी की शुरुआत अच्छी रही और उनकी ओपनर्स ने पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़े। ईश्वरी सावकर 36 रन बनाकर आउट हुईं। उनकी जोड़ीदार रमा कुशवाह ने 35 रन बनाये। गोंगड़ी तृषा ने भी 33 रनों की पारी खेली। हालाँकि टीम के टॉप तीन बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन का अन्य बल्लेबाज फायदा नहीं उठा पाईं और टीम एक बड़ा स्कोर बनाने से चूक गई। भारत ए की अर्चना देवी और पार्श्वी चोपड़ा ने दो-दो विकेट लिए।
टार्गेट का पीछा करने उतरी श्वेता सहरावत और सौम्या तिवारी की जोड़ी ने भारत ए को 58 रनों की शुरुआत दिलाई। श्वेता ने 30 गेंदों में 43 रन बनाये। सौम्या ने धीमी बल्लेबाजी की और 36 गेंदों में 28 रन बनाये। शिखा सहलोत ने 5 रन बनाये। यहाँ से सोनिया मेंढिया और हर्ले गाला ने टीम को और कोई झटका नहीं लगने दिया। दोनों ने 41 रनों की अटूट साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिला दी। सोनिया ने नाबाद 33 और हर्ले ने 18 रनों की पारी खेली।