एक बाएं हाथ के बल्लेबाज को अपने स्टाइलिश अंदाज में गेंदबाज की धुनाई करते हुए देखने से ज्यादा अच्छा नजारा वर्ल्ड क्रिकेट में शायद ही दिखा हो । मंत्रमुग्ध कर देने वाले ड्राइव, फ्लिक फैंस को रोमांचित कर देते हैं । ऐसे बहुत सारे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जो अपनी टेक्नीक, सटीक टाइमिंग के चलते अकेले अपने दमपर खेल का रूख पलट देते हैं । और उन्हीं में से एक हैं साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक । पिछले कुछ समय से डी कॉक सभी फॉर्मेट्स में दक्षिण अफ्रीका के लिए स्टार बल्लेबाज रहे हैं । जिसकी वजह से उनकी तुलना एडम गिलक्रिस्ट के साथ की जाने लगी है । 13 टेस्ट मैचों में डी कॉक की औसत 50 से ज्यादा की है । टेस्ट क्रिकेट के साथ साथ डी कॉक वनडे और टी 20 में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं । हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में भी डी कॉक ने बल्ले से धमाल मचाया था । यहां तक की डी कॉक के शानदार प्रदर्शन की तारीफ दिग्गज रिकी पोन्टिंग और माइकल वॉन भी कर चुके हैं । वॉन और पॉन्टिंग भी डी कॉक के तुलना एडम गिलक्रिस्ट से कर चुके हैं । हालांकि गिलक्रिस्ट के साथ डी कॉक की तुलना करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि डी कॉक अभी अपने करियर के शुरऊआती दौर में हैं । जबकि गिलक्रिस्ट रिटायर हो चुके हैं । डी कॉक और गिलक्रिस्ट के खेल में कई समानताएं भी हैं, गेम की तरफ दोनों का एप्रोच और दोनों का बैटिंग स्टाइल काफी मिलता जुलता है । लिहाजा डी कॉक को ग्रिलक्रिस्ट के सामने खड़ा किया जा सकता है। डी कॉक और गिलक्रिस्ट दोनों ही अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट करियर की शुरूआत में लोअर ऑर्डर में बल्लेबाजी की थी । टेस्ट क्रिकेट में डी कॉक ने सातवें नंबर पर बल्लेबजी करते हुए 13 टेस्ट मैचों में 50.17 की औसत से 853 रन बनाए । जबकि गिलक्रिस्ट के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो 12 टेस्ट मैचों में 53.28 की औसत से गिलक्रिस्ट ने 746 रन बनाए हैं । गिलक्रिस्ट ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज रहे हैं, वो अपने अटैकिंग बैटिंग स्टाइल के दमपर गेंदबाजों पर राज करते थे । 2007 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ ताबड़तोड़ 149 रन गिलक्रिस्ट की पारी आज भी क्रिकेट फैंस के जहन में जिंदा हैं । गिलक्रिस्ट की तरह ही डी कॉक ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सितंबर 2016 में पहले वनडे मैच में 113 गेंदों पर 178 रन की धुआंधार पारी खेली । जिसके दमपर साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया पर जीत दर्ज की थी । डी कॉक की ये पारी ठीक वैसे ही थी जैसे गिली बल्लेबाजी किया करते थे, गिली जमीनी शॉट्स भी खेलते थे और सही गेंद मिलने पर गेंद पर जोरदार प्रहार कर उसे बाउंड्री से बाहर का रास्ता भी दिखाते थे । डी कॉक गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी हो कर बल्लेबाजी करते हैं, जैसे गिलक्रिस्ट किया करते थे । डी कॉक जिस शानदार तरीके से गेंद को फिल्क और कट करते हैं ये भी काफी हद तक गिलक्रिस्ट की याद दिलाता है । इतना ही नहीं डी कॉक ड्राइव मारने में अपना फ्रंट फुट और बैक फुट का जिस तरह से इस्तेमाल करते हैं वो ये दिखाता है कि क्रीज पर वो किस तरह से अपने आप को बैलेंस करते हैं । अगर विकेटकीपिंग की बात की जाए, तो विकेट के पीछे भी डी कॉक और एडम गिलक्रिस्ट दोनों ही तेज और मुस्तैद हैं । गिलक्रिस्ट गेंद को लपकने के लिए विकेट के दोनों और डाइव लगाने की क्षमता रखते थे, जबकि डी कॉक ने भी कई बार अविश्वनीय कैप लपके हैं । डी कॉक और गिलक्रिस्ट को उनकी फिटनेस के लिए भी जाना जाता है । दोनों ही विकेटकीपर बल्लेबाजों ने विकेट के पीछे भी अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया है । ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर गिलक्रिस्ट ने अपने शुरूआती 12 मैचों में 55 कैच लपके थे, वहीं डी कॉक ने अपने अबतक के टेस्ट करियर में 44 कैच लिए हैं । टेस्ट में क्विंटन डी कॉक टेस्ट -13 रन-853 औसत- 50.17 टेस्ट में एडम गिलक्रिस्ट टेस्ट -96 रन-5570 औसत- 47.60 वनडे में क्विंटन डी कॉक वनडे -69 रन-2850 औसत- 43.84 वनडे में एडम गिलक्रिस्ट वनडे -287 रन- 9619 औसत- 35.89 टी 20 में क्विंटन डी कॉक टी 20 -29 रन-742 स्ट्राइक.रेट - 128.37 टी 20 में एडम गिलक्रिस्ट टी 20 -13 रन- 272 स्ट्राइक.रेट- 35.89 एक चीज जो इन दोनों बल्लेबाजों को एक दूसरे से अलग करती है, वो है इनका माइंडसेट जो उस टीम से प्रभावित होता है, जिसके लिए ये खेलते हैं। ऑस्ट्रेलयन हमेशा से अपने अटैकिंग और बेपरवाह स्टाइल के लिए जाने जाते हैं । जबिक डी कॉक अपने शानदार टेक्नीक, सूझबूझ और कंडीशन के मुताबिक अपने खेल को ढालने में माहिर हैं । इसका ये मतलब नहीं कि गिलक्रिस्ट के पास टेक्नीक और कुशलता नहीं है बल्कि युवा दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज का टेंपरामेंट उनकी तकनीक को और बेहतर बनाता है, जिससे वो लंबी पारियां खेलने में कामयाब रहते हैं । डी कॉक की इसी काबिलियत के दमपर वो दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट के रिकॉर्ड्स की बराबरी कर सकते हैं । लेकिन गिलक्रिस्ट की क्लास और रिकॉर्ड्स की बराबरी करने के लिए अभी डी कॉक को काफी लंबे समय तक क्वालिटी क्रिकेट खेलना होगा ।